नयी दिल्ली। दिल्ली की मुख्यमंत्री आतिशी ने सामाजिक कार्यकर्ता सोनम वांगचुक से नहीं मिलने देने को तानाशाही करार देते हुए कहा कि यहाँ के लोग लद्दाख के लोगों के साथ खड़े हैं। सुश्री आतिशी ने एक्स पर कहा “मैं सोनम वांगचुक और लद्दाख के 150 भाइयों-बहनों से मिलने बवाना थाने पहुँची। दिल्ली पुलिस ने मुझे मिलने नहीं दिया। बताया जा रहा है कि उपराज्यपाल वीके सक्सेना का फ़ोन आ गया कि चुने हुए मुख्यमंत्री से मिलने नहीं देना। यह तानाशाही ठीक नहीं है।
उन्होंने कहा “सोनम वांगचुक और लद्दाख के लोग भी उपराज्यपाल राज के ख़िलाफ़ लड़ रहे हैं, लद्दाख को पूर्ण राज्य का दर्जा दिलाने के लिए लड़ रहे हैं। दिल्ली के लोग लद्दाख के लोगों के साथ खड़े हैं। लद्दाख में उपराज्यपाल राज ख़त्म होना चाहिए। दिल्ली में भी उपराज्यपाल राज ख़त्म होना चाहिए। लद्दाख और दिल्ली को पूर्ण राज्य का दर्जा मिलना चाहिए। इससे पहले आतिशी ने कहा “सोनम वांगचुक और हमारे 150 लद्दाखी भाई-बहन शांतिपूर्ण तरीक़े से दिल्ली आ रहे थे। उनको पुलिस ने रोक लिया है। कल रात से बवाना थाने में क़ैद हैं। क्या लद्दाख के लोकतांत्रिक अधिकार माँगना ग़लत है? क्या दो अक्तूबर को सत्याग्रहियों का गांधी समाधि जाना ग़लत है? सोनम वांगचुक जी को रोकना तानाशाही है।