नई दिल्ली .... बाबासाहेब डॉ. भीमराव अंबेडकर की 69वीं महापरिनिर्वाण दिवस पर आज पूरे देश में श्रद्धांजलि दी गई। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने सुबह भुवनेश्वर के एजी स्क्वायर पहुंचकर बाबासाहेब की प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित की और मौन रखकर उन्हें याद किया। इसके बाद वह भुवनेश्वर एयरपोर्ट के लिए रवाना हो गईं। राष्ट्रपति अपने गृह राज्य ओडिशा के दौरे पर हैं और आज ही वह अपने पैतृक जिले मयूरभंज भी जाएंगी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सहित देश के तमाम बड़े नेताओं ने भी सोशल मीडिया और सार्वजनिक कार्यक्रमों के जरिए बाबासाहेब को भावपूर्ण श्रद्धासुमन अर्पित किए। देशभर में आज विभिन्न आयोजनों के माध्यम से संविधान निर्माता को याद किया जा रहा है।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शनिवार को भारतीय संविधान के निर्माता बाबासाहेब आंबेडकर की पुण्यतिथि पर उन्हें श्रद्धांजलि दी। मोदी ने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में लिखा, ‘महापरिनिर्वाण दिवस पर डॉ. बाबासाहेब आंबेडकर को याद करता हूं। न्याय, समानता और संवैधानिक मूल्यों के प्रति उनकी दूरदर्शी नेतृत्व क्षमता और अटूट प्रतिबद्धता हमारे राष्ट्र का निरंतर मार्गदर्शन करती है। प्रधानमंत्री ने कहा कि आंबेडकर ने पीढ़ियों को मानवीय गरिमा बनाए रखने और लोकतांत्रिक मूल्यों को सुदृढ़ बनाने के लिए प्रेरित किया। मोदी ने कहा, ‘विकसित भारत बनाने की दिशा में काम करते हुए उनके आदर्श हमारा मार्गदर्शन करते हैं। प्रधानमंत्री ने उपराष्ट्रपति सी. पी. राधाकृष्णन के साथ संसद भवन परिसर में स्थित प्रेरणा स्थल में आंबेडकर की प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित की। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे और पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने बाबासाहेब भीमराव आंबेडकर के महापरिनिर्वाण दिवस के अवसर पर शनिवार को उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की और कहा कि भारत का संविधान उनकी ओर से दिया गया सबसे बड़ा उपहार है। लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने संसद परिसर में आंबेडकर की प्रतिमा पर पुष्प भी अर्पित किए। खरगे ने ‘एक्स’ पर पोस्ट किया, ‘बाबासाहेब आंबेडकर के 70वें महापरिनिर्वाण दिवस पर हम अपने संविधान के निर्माता और सामाजिक न्याय के लिए एक अडिग आवाज के प्रति अपनी गहरी कृतज्ञता व्यक्त करते हैं। ‘ उन्होंने कहा कि अपने पूरे जीवन में बाबासाहेब स्वतंत्रता, समानता, बंधुत्व और न्याय के लोकतांत्रिक सिद्धांतों के लिए दृढ़ता से खड़े रहे। खरगे का कहना है, ‘आज, पहले से कहीं अधिक, हमें उन मूल्यों को बनाए रखने, संरक्षित करने और बचाव करने की जरूरत है जिनके लिए वह जिए। राष्ट्र को उनका सबसे बड़ा उपहार भारत का संविधान है। राहुल गांधी ने ‘एक्स’ पर पोस्ट किया, ‘बाबासाहेब आंबेडकर को उनके महापरिनिर्वाण दिवस पर विनम्र श्रद्धांजलि। समानता, न्याय और मानवीय गरिमा की उनकी शाश्वत विरासत संविधान की रक्षा के मेरे संकल्प को मजबूत करती है और अधिक समावेशी, करुणा वाले भारत के लिए हमारे सामूहिक संघर्ष को प्रेरित करती है।