नई दिल्ली .... रूसी राष्ट्रपति व्लादिमिर पुतिन अपना 27 घंटे का भारत दौरा पूरा कर वापस लौट गए हैं। उन्होंने शुक्रवार को पीएम मोदी के साथ द्विपक्षीय बातचीत की और बिजनेस फोरम को संबोधित किया। इस दौरान भारत-रूस के बीच किसी बड़े समझौते के ऐलान नहीं हुआ। इससे पहले रिपोर्ट में दावा किया जा रहा था कि दोनों देशों के बीच एस-57 फाइटर जेट और एस-400 डिफेंस सिस्टम को लेकर डील हो सकती है। हालांकि दोनों देशों के बीच तेल सप्लाई की गारंटी समेत 19 समझौतों पर सहमति बनीं। इनमें कई अहम समझौते भी शामिल हैं। भारत और रूस ने मैनपावर मोबिलिटी समझौता किया है। इससे दोनों देशों के नागरिक अस्थायी रूप से एक-दूसरे के देश में काम कर सकेंगे। अगर कोई भारतीय रूस में या कोई रूसी भारत में काम करना चाहता है, तो अब और आसान हो जाएगा। साथ ही अवैध तरीके से आने-जाने पर रोक भी मजबूत होगी। भारत के और रूस के स्वास्थ्य मंत्रालय के बीच स्वास्थ्य सेवाओं, मेडिकल रिसर्च और मेडिकल शिक्षा में सहयोग का समझौता हुआ। है। यह समझौता तीन बड़े सेक्टर्स पर फोकस है। यह समझौता भारत की स्नस्स््रढ्ढ और रूस की उपभोक्ता सुरक्षा एजेंसी के बीच हुआ है। भारत और रूस इस बात पर साथ काम करेंगे कि दोनों देशों के लोगों को सुरक्षित और अच्छे मानक वाला खाना मिले।