नयी दिल्ली। उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने शुक्रवार को कहा कि विशेषाधिकार प्राप्त परिवार को अनिवार्य रूप से विधि के शासन के प्रति जवाबदेह बनाया गया है और इसका विरोध होना तय है। श्री धनखड़ ने यहां उपराष्ट्रपति एन्क्लेव में प्रो. रमन मित्तल और डॉ. सीमा सिंह की पुस्तक "द लॉ एंड स्पिरिचुअलिटी: रीकनेक्टिंग द बॉन्ड" का विमोचन करने के बाद कहा कि कुछ लोग, पालन-पोषण या किसी अन्य कारण से बहुत अलग तरह से व्यवहार करने के आदी होते हैं। उन्हें कानून से छूट का आश्वासन दिया जाता है।
श्री धनखड़ ने सवाल किया कि कोई भी कानून से ऊपर नहीं है। सभी कानून के प्रति उत्तरदायी हैं। यदि किसी को कानून के प्रति उत्तरदायी बनाया जाता है तो उसे सड़क पर उतर कर विरोध नहीं करना चाहिए। उन्होंने कहा, "हर कोई कानून के प्रति उत्तरदायी है, कानून के प्रति जवाबदेह है। आप कानून से बच नहीं सकते। उप राष्ट्रपति ने कहा कि किसी समाज में, जब कोई कानून का उल्लंघन करके बच जाता है, तो वह एकमात्र लाभार्थी होता है, लेकिन पूरा समाज पीड़ित होता है। विधि के शासन के पालन को लोकतंत्र का अमृत बताते हुए श्री धनखड़ ने कहा कि यदि कानून के समक्ष समानता नहीं है तो लोकतंत्र का कोई मतलब नहीं है। उन्होंने कहा कि अब हर कोई कानून के अधीन है।