गाजीपुर। शहर कोतवाली के खांवपुर गांव निवासी संजय पासी को गोली मारे जाने की घटना के पीछे कैसीनो (जुए का अड्डा) का मामला सामने आ रहा है। हालांकि पुलिस अभी इसे उजागर करने से परहेज कर रही है, लेकिन सच्चाई यही है। सूत्र बताते है कि जुए का अड्डा चलाये जाने के विवाद में ही संजय पासी को गोली मारकर घायल किया गया है। सूत्र यहा तक बता रहे है कि जुए का एक तरफा अड्डा संचालित करने में अपना बर्चास्व कायम रखने के लिए संजय पासी को गोली मारी गई है। ऐसा किसने किया है इस सवाल का जबाब भी पुलिस ने ढूढ़ लिया है, लेकिन अभी पुलिस अपना मुंह नहीं खोलना चाहती है। गोलीकांड के बाद पुलिस ने कइयों को उठाकर उनसे पूछताछ की। ऐसे में जुए का अड्डा संचालित करने का विवाद ही सामने आया, फिर भी पुलिस राजफास करने में इतना समय क्यो लगा रही है यह सवाल सभी के जेहन में कौंध रहा है।
जुए के अ्ड्डे की कमाई पर गड़ी है सभी की निगाह
संजय पासी को गोली मारे जाने की घटना के बाद शुरु हुई पुलिस तहकीकात में एक सनसनीखेज मामला सामने आया। नगर क्षेत्र के कई इलाकों में चल रहे जुए के अड्डों से बहुतेरों की जेबें गर्म हो रही है। इसमे कुछ खाकीधारी और सफेदपोश भी शामिल है। यही कारण है कि अभी तक पुलिस इस केस का खुलासा नहीं कर पाई है। पुलिस तहकीकात में कई चर्चित चेहरे भी सामने आये है।
इनसेट
नगर के टेढ़वा गांव में खुलेआम चल रहा जुए का अड्डा
शहर कोतवाली के टेढ़वा इलाके में इन दिनों क्या बहुत समय पूर्व से खुलेआम जुए का अड्डा (कैसीनो) चल रहा है। यहां कारोड़ों का दाव लगता है। कुछ माह पूर्व शहर कोतवाली पुलिस ने ही यहा दबिश डालकर कैसीनो का पर्दाफास किया था। अड्डा संचालक को भी पुलिस ने पकड़कर जेल भेजा था, लेकिन कुछ ही दिनों में जेल से छुटकर बाहर निकलने के बाद वह दोबारा से अपने अड्डे को गुलजार कर दिया। सूत्र बताते है कि कही न कही से उक्त गैर कानूनी धंधे में लिप्त अड्डा संचालक को शहर कोतवाली पुलिस का संरक्षण प्राप्त है। सूत्र बताते है कि जुए के इस अड्डे पर रोजाना करोड़ों का दांव लगता है। ‘गोरख बिंद ’ नाम का यह व्यक्ति रोजना अवैध ढंग से लाखों रुपये इस अड्डे से कमाता है। गोरख को ही कोतवाली पुलिस ने कुछ दिन पूर्व पकड़कर जेल भेजा था, लेकिन वहां से लौटने के बाद वह एक बार फिर बेखौफ होकर जुए का अड्डा संचालित करने में जुट गया है। संजय पासी गोलीकांड का तार भी कही न कही यही से जुड़ रहा है, लेकिन अभी तक पुलिस इस राज को छिपाये हुए है।
वर्जन
पुलिस सभी दृष्टिकोण से घटना की जांच कर रही है। घटना से जुड़े सभी बिंदुओं पर बारीकी से पड़ताल की जा रही है। कुछ अहम सुराग भी हाथ लगे है। रहा गोरख बिंद का सवाल तो यदि वह जुए का अड्डा संचालित कर रहा है तो इसकी जांच कराकर आवश्यक कार्रवाई की जायेगी। यदि यहां से भी घटना के तार जुड़ रहे है तो उसकी भी जांच होगी। दीनदयाल पाण्डेय- शहर कोतवाल