पेरिस। फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने कहा है कि फ्रांस यूक्रेन को मिराज युद्धक विमान देगा और उनके सैनिकों को प्रशिक्षित करेगा। श्री मैक्रों ने गुरुवार को फ्रांसीसी मीडिया को दिए साक्षात्कार में कहा, “हम एक नया सहयोग शुरू करेंगे और मिराज 2000-5 को हस्तांतरित करेंगे।” उन्होंने युद्ध के मैदान में तैनात किए जाने वाले 4,500 सैनिकों की यूक्रेनी बटालियन को प्रशिक्षित करने का भी वादा किया। उन्होंने कहा कि फ्रांसीसी लड़ाकू विमानों की डिलीवरी ‘तनाव बढ़ाने वाला कारक नहीं है’ तथा इन हथियारों का इस्तेमाल नागरिकों पर बमबारी करने के लिए नहीं किया जाएगा। इस दौरान उन्होंने यूक्रेन में सैन्य प्रशिक्षकों को भेजने की संभावना को भी खारिज नहीं किया।
गौरतलब है कि मिराज 2000 एक फ्रांसीसी बहु-भूमिका, एकल-इंजन, चौथी पीढ़ी का जेट फाइटर है, जिसे डसॉल्ट एविएशन द्वारा निर्मित किया गया है। फरवरी के अंत में श्री मैक्रों ने पेरिस में एक बैठक के दौरान सुझाव दिया था कि यूरोपीय देशों को यूक्रेन में सेना भेजनी चाहिए, लेकिन जर्मनी, ब्रिटेन, स्पेन और इटली सहित कई अन्य यूरोपीय देशों ने अपनी असहमति व्यक्त की थी। इसके बाद रूस ने चेतावनी दी कि यदि गठबंधन यूक्रेन में सेना भेजता है, तो उत्तर अटलांटिक संधि संगठन (नाटो) और रूस के बीच सीधा संघर्ष अपरिहार्य होगा। इससे पहले गुरुवार को श्री मार्कों ने डी-डे लैंडिंग की 80वीं वर्षगांठ को चिह्नित करने के लिए उत्तरी फ्रांस के नॉरमैंडी में ओमाहा बीच पर आयोजित एक समारोह का नेतृत्व किया।
फ्रांसीसी मीडिया बीएफएमटीवी की रिपोर्ट के मुताबिक अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन और यूक्रेनी राष्ट्रपति वोलोडिमिर ज़ेलेंस्की सहित लगभग 20 राष्ट्राध्यक्षों और सरकार के प्रतिनिधियों ने इस कार्यक्रम में भाग लिया। समारोह के लिए फ्रांस जाते समय अमेरिका के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार जेक सुलिवन ने मंगलवार को संवाददाताओं से कहा कि अमेरिका यूक्रेन में सैन्य सलाहकार न भेजने की अपनी नीति को बनाए रखेगा।