- आरपीएफ जवानों की हत्या से जुड़ सकते है कथित शराब तस्कर के तार
गाजीपुर। आरपीएफ के जवान जावेद और प्रमोद कुमार के साथ हुई दिलदहला देने वाली हत्या की वारदात के बाद शराब तस्कर सीधे-सीधे जिले के क्राइम ब्रांच की रडॉर पर आ गये है। घटना को अंजाम देने वाले चार शराब तस्करों को दबोचने के बाद मंगलवार की शाम को क्राइम ब्रांच की टीम ने चंदौली जिले में छापेमारी कर सुरेन्द्र नामक एक और शातिर शराब तस्कर को पकड़ लिया है। फिलहाल उसे किसी गुप्त स्थान पर रखकर पूछताछ की जा रही है। सूत्रों के मुताबिक पकड़ा गया व्यक्ति सही मायने में एक शराब तस्करी गैंग का सरगना है। पूर्व में पकड़े गये चार शराब तस्करों से हुई पूछताछ के दौरान सुरेन्द्र का नाम सामने आया था, जिसे बिना समय गंवाये क्राइम ब्रांच की टीम ने दबोच लिया है।
ट्रेन में थी 100 से अधिक शराब तस्करों की फौज
पुलिस सूत्रों के मुताबिक 20 अगस्त की रात में ट्रेन की विभिन्न बोगियों में सौ से भी अधिक शराब तस्करों की फौज मौजूद थी। हर एक तस्कर के पास छोटी-बड़ी अवैध शराब की खेप मौजूद थी। सूत्रों के मुताबिक सभी तस्कर बिहोर प्रांत के अलग-अलग जगहों पर शराब की खेप को पहुंचाने निकले थे। यह दिगर है कि रास्ते में ही उनका सामना आरपीएफ के जवान जावेद और प्रमोद से हो गया था।
पकड़े गये चार शराब तस्करों ने किया है बड़ा खुलासा
पुलिस सूत्रों के मुताबिक पकड़े गये चार तस्कर प्रेमचंद कुमार पुत्र वीरेंद्र वर्मा भगवतीपुर वजीतपुर बिहार (पुलिस की गोली से घायल), विनय कुमार पुत्र राजू प्रसाद निवासी वार्ड नंबर 1 खगौल रोड नियर बिस्कुट फैक्टरी विकास कालोनी फुलवारी शरीफ पटना बिहार, पंकज कुमार पुत्र सालिक राम गिरी निवासी निउरा कालोनी बीनापुर खमखगौल दानापुर बिहार, विलेन्द्र कुमार पुत्र स्व. महेंद्र चौधरी निवासी उसरी बाजार शाह पटना बिहार ने पूछताछ के दौरान चंदौली, गाजीपुर और बलिया जिले के कई शराब तस्करों के गैंग के बारे में बता दिया है। यही नहीं इन लोगों ने गैंग के सरगना समेत उससे जुड़े सदस्यों का नाम और पता भी क्राइम ब्रांच गाजीपुर और एसटीएफ नोएडा की टीम को बता दिया है।
सर्विलांस के जरिये तस्करों का लोकेशन हो रहा ट्रेस
लाइट में आये शराब तस्करों का लोकेशन ट्रेस करने के लिए जिले के सर्विलासं टीम को सक्रिय कर दिया गया है। पुलिस सूत्रों के अनुसार सर्विलांस टीम की सूचना पर स्वाट और सम्बंधित बार्डर थानों की पुलिस ने दबिश भी डालना शुरु कर दिया है। पुलिस की ताबड़तोड़ हो रही कार्रवाई से शराब तस्करी गैंग से जुड़े लोगों में खलबली मची हुई है।
कई खाकीधारियों का नाम भी आया सामने
सूत्रों के अनुसार पकड़े गये चारों शराब तस्करों ने गाजीपुर, बलिया व चंदौली समेत वाराणसी जिले के कई पुलिसकर्मियों का नाम उजागर किया है। यह लोग वर्तमान में कहा तैनात है इस बारे में सिर्फ और सिर्फ पुलिस अधिकारी ही जानते है। इसमें यूपीपी समेत आरपीएफ व जीआरपी के कुछ कर्मचारियों का नाम सामने आया है। हालांकि इस सम्बंध में पुलिस अधिकारी कुछ भी बताने से गुरेज कर रहे है।
बिना खाकी की मिलीभगत से कैसे हो सकती है शराब तस्करी
सभी जानते है कि बिहार प्रांत में शराब बिक्री पर पूर्ण रुप से प्रतिबंध लग चुका है। ऐसे में बिहार बार्डर से सटे चंदौली, गाजीपुर, बलिया व वाराणसी के कई शराब तस्कर सक्रिय हो गये है। कम कीमत की शराब को बिहार में बेचकर तीन गुना मुनाफा कमाना इसकी फितरत में शामिल हो गया है। ऐसे में सवाल यह उठता है कि क्या इतना बड़ा गोरखधंधा बिना खाकी की मिलीभगत से हो सकता है।