नयी दिल्ली। अग्रणी हेल्थकेयर प्रदाता प्रिस्टीन केयर ने क्योर माई नी के साथ मिलकर सेंटर फॉर एक्सीलेंस शुरू करने की घोषणा की है। इस भागीदारी से दिल्ली-राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र समेत देश के अन्य कई भागों में मरीजों के लिये एडवांस ऑर्थोपेडिक केयर की सुविधा उपलब्ध करायी जायेगी। यह सेंटर फॉर एक्सीलेंस खासतौर से उन मरीजों के लिये उन्नत सेवायें मुहैया कराने के मकसद से शुरू किया गया है, जिन्हें ज्वाइंट रिप्लेसमेंट सर्जरी की आवश्यकता है। सेंटर फॉर एक्सीलेंस के लिये प्रिस्टीन केयर की क्लीनिकल उत्कृष्टता का मेल डॉ दास के ब्रैंड से कराया जायेगा, जिनके पास क्योर माई नी की विशेषज्ञता हासिल है।
जाने-माने वरिष्ठ ऑर्थोपिडिक एवं ज्वाइंट रिप्लेसमेंट सर्जन डॉ डी के दास के पास आर्थोपिडिक उपचार के क्षेत्र में 22 वर्षों से भी अधिक लंबा अनुभव है। वह घुटनों के दर्द तथा जोड़ों के विकारों के इलाज की विशेषज्ञता रखते हैं। मरीजों की देखभाल तथा बेहतर सर्जिकल नतीजों के विख्यात डॉ दास अत्याधुनिक तकनीकों एवं टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल करते हैं। एक सर्वे के मुताबिक, देश में हर साल ज्वाइंट रिप्लेसमेंट सर्जरी कराने वाले मरीजों की संख्या बढ़ रही हैं। वर्ष 2020 में नी आर्थोस्कोपी प्रक्रियाओं की संख्या करीब दो लाख थी जबकि हिप आर्थोप्लास्टी दुनियाभर में सबसे तेज गति से बढ़ने की संभावना जतायी गयी है।
प्रिस्टीन केयर की सह संस्थापक डॉ गरिमा साहनी ने डॉ दास के ब्रैंड क्योर माई नी के साथ भागीदारी पर उत्साह व्यक्त करते हुये कहा , “ डॉ दास के साथ भागीदारी प्रिस्टीन केयर द्वारा ऑर्थोपेडिक सर्जरी के क्षेत्र में हमारी मौजूदगी में विस्तार के लिहाज से काफी महत्वपूर्ण कदम है। दोनों ब्रैंड से मिलकर देशभर में मरीजों को अभूतपूर्व सेवाओं और विशेषज्ञताओं का लाभ दिलायेंगे, और यह सुनिश्चित करेंगे कि उन्हें सर्वेष्ठ संभव देखभाल उपलब्ध हो। ”
क्योर माई नी हेल्थकेयर प्राइवेट लिमिटेड के संस्थापक और निदेशक डॉ. डी.के. दास, “ हम सेंटर फॉर एक्सीलेंस इन ज्वाइंट रिप्लेसमेंट सर्जरी की स्थापना के लिये प्रिस्टीन के साथ हाथ मिलाते हुये बेहद खुशी महसूस कर रहे हैं। हमारे मिले-जुले प्रयास आर्थोपेडिक केयर में नये मानक रचेंगे और मरीजों को क्लीनिकल विशेषज्ञता के सर्वोच्च मानकों तथा इस क्षेत्र में हुई नवीनतम प्रगति का लाभ दिलायेंगे। ”
डॉ दास के साथ प्रिस्टीन केयर की पार्टनरशिप बेहतरीन हेल्थकेयर सेवाओं तक पहुंच का दायरा बढ़ाने की प्रतिबद्धता का सूचक है। दिल्ली-एनसीआर से शुरू होकर इस मॉडल को देश के अन्य भागों में भी लागू किया जायेगा और सेंटर फॉर एक्सीलेंस उन मरीजों के लिये महत्वपूर्ण मंजिल साबित होगा, जो ज्वाइंट रिप्लेसमेंट सर्जरी करवाना चाहते हैं, तथा उनके लिए सर्वोत्तम संभव सर्जिकल सेवायें यहां उपलब्ध होंगी।