- मुकदमे में एक कुख्यात हिस्ट्रीशीटर का नाम भी शामिल, कार्रवाई से मची खलबली
- शंकु, विक्की व संजय के खिलाफ केस दर्ज कराने वाले लोगों पर हुआ पलटवार
- शंकु अग्रहरि की मां सुनीता के प्रार्थनापत्र पर सुनवाई के बाद कोर्ट ने दिया आदेश
गाजीपुर। जंगीपुर कस्बे में स्थित करोड़ों की जमीन पर चल रहे सनसनीखेज विवाद ने यू-टर्न ले लिया है। इस मामले में शंकु अग्रहरि, विक्की उर्फ विक्रम अग्रहरि व संजय अग्रहरि पर मुकदमा दर्ज कराने वाले लोगों पर ही कोर्ट के आदेश पर जंगीपुर थाने में केस दर्ज हो गया है। कार्रवाई से विपक्षियों में खलबली मच गई है। एक ही विवाद में पुलिस व कोर्ट के आदेश पर दर्ज हुए दो अलग-अलग मुकदमों की विवेचना में पुलिस जुट गई है।
प्रकरण पर एक नजर बताते चले कि महाजनटोली मुहल्ला निवासी राजकुमार अग्रहरि की करोड़ों की पैतृक जमीन व मकान जंगीपुर कस्बे में बैद्य जी की कोठी के पास ही स्थित है। इस मामले में पूर्व में राजकुमार के पट्टीदार केशव, मनोज और संतोष ने राजकुमार अग्रहरि के पुत्र शंकु अग्रहरि समेत विक्की अग्रहरि व संजय अग्रहरि को मरहूम मुख्तार अंसारी के साले की शह पर उक्त प्रापर्टी को जबरिया हड़प रहे है। इस मामले में शहर कोतवाली पुलिस ने शंकु समेत विक्की और संजय के अलावा मुख्तार के साले के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया था।
विक्की और संजय को हो चुकी है जेल
मुकदमा दर्ज होने के तत्काल बाद पुलिस ने आरोपितों की तलाश में दबिश डाली और विक्की अग्रहरि व संजय अग्रहरि को दबोचकर उन्हें सलाखों के पीछे भेज दिया था। करीब ढाई माह बाद दोनों को हाईकोर्ट से जमानत मिली थी। इस मामले में शंकु अग्रहरि ने हाईकोर्ट से अपनी गिरफतारी पर स्टे ले लिया है। जिसकी वजह से पुलिस ने उसे दबोचा नहीं।
इस तरह मामले ने लिया यू-टर्न
चूंकि विवद पैतृक अचल सम्पत्ति का था इसलिए मुकदमा दर्ज होने के बाद वादी पक्ष के लोगों ने एक गलती कर दी। राजकुमार अग्रहरि की पत्नी सुनीता अग्रहरि ने बताया कि 28 मार्च को उनके बेटे शंकु अग्रहरि पर मुकदमा दर्ज कराने वाले केशव, मनोज और संतोष ने जंगीपुर थाने के एक हिस्ट्रीशीटर गुल मुहम्मद उर्फ गुल्लू नट, लड्डू अग्रहरि, सुनील, अक्षय अग्रहरि, रागीब उर्फ नन्हे अंसारी, शाहिद उर्फ लड्डन व 20 अज्ञात लोगों के साथ विवाद मकान पर पहुंचकर कमरे का ताला तोड़ने के बाद लाखों का सामान गाड़ी में लादकर फरार हो गये थे।
थाने में नहीं हुई सुनवाई तो कोर्ट पहुंची सुनीता अग्रहरि
इस मामले में सुनीता अग्रहरि ने जंगीपुर थाने में तहरीर दी थी, लेकिन जब पुलिस ने मुकदमा नहीं दर्ज किया तो उन्होंने कोर्ट का दरवाजा खटखटाया। 156(3) के तहत दिये गये प्रार्थनापत्र पर दो दिन पूर्व यानि 8 सितम्बर को अपर सिविल जज जूनियर डिवीजन न्यायिक मजिस्ट्रेट-2 के आदेश पर जंगीपुर थाना पुलिस ने मुकदमा दर्ज किया। इस मामले में पुलिस ने कुल 9 नामजद व 20 अज्ञात के खिलाफ धारा 173 बीएनएस के तहत 395 व 452 के तहत मुकदमा दर्ज किया है।
वर्जन
इस मामले में कोर्ट के आदेश पर मुकदमा दर्ज हुआ है। पुलिस केस की विवेचना कर रही है। विवेचना के उपरांत केस से सम्बंधित सभी पत्रावलियां कोर्ट में दाखिल की जायेगी। शैलेन्द्र प्रताप सिंह- थानाध्यक्ष जंगीपुर