वाराणसी एसटीएफ ने मिर्जापुर में कैश वैन के गार्ड की गोली मारकर हत्या करने के आरोपी शूटर राजीव कुमार साहनी को दबोच लिया। मिर्जापुर एसटीएफ ने वैशाली बिहार में दबिश देकर शूटर को उसके घर से गिरफ्तार कर लिया। आरोपी लूट की घटना के बाद से कई शहरों में शरण पाए था, दो दिन पहले घर आया तो एसटीएफ ने जाल बिछा दिया।
पुलिस कई दिनों से शूटर की तलाश कर रही थी। आज से एक साल पहले 12 सितंबर 2023 को एक्सिस बैंक के बाहर दो बाइक सवार चार बदमाशों ने इस लूट की घटना को अंजाम दिया था। आरोपियों ने फायरिंग कर दहशत भी फैलाई थी। आरोपी राजीव से लूट के 1.93 लाख रुपये बरामद किए।
यूपी STF की वाराणसी इकाई ने घटना के अनावरण में 1 साल लगा दिया। वाराणसी इकाई के प्रभारी विनोद सिंह और एसटीएफ की टीम आरोपी को लेकर मिर्जापुर पहुंची है जहां मीडिया के सामने पेश करने के बाद उसे जेल भेजा जाएगा।सबसे पहले बताते हैं 12 सितंबर 2023 का घटनाक्रम
मिर्जापुर जिले के बेलतर में 12 सितंबर को 12 बजकर 45 मिनट पर बेलतर एक्सिस बैंक के सामने लूट हुई थी। बाइक सवार चार बदमाशों ने लूट की घटना को अंजाम दिया था। इस दौरान गार्ड जय सिंह की गोली मारकर हत्या की गई थी, वहीं 35 लाख रुपये लूट ले गए थे।
कैश वैन के गार्ड जय सिंह की गोली मारकर हत्या व दो कैशियर रजनीश मौर्या, अखिलेश सिंह और विंध्याचल के बघरा तिवारीपुर निवासी बहादुरलाल को घायल हो गए। वारदात को अंजाम देने वाले चार में से दो बदमाशों की पुलिस ने पहचान कर ली।
शासन ने लूट की घटना का अनावरण का जिम्मा एसटीएफ की वाराणसी यूनिट को दिया गया। STF निरीक्षक राघवेंद्र मिश्रा ने इंस्पेक्टर अमित श्रीवास्तव और अनिल कुमार सिंह के साथ एक टीम बनाई और बदमाशों की तलाश में जुट गए। विवेचक राघवेन्द्र मिश्र के साथ इलेक्ट्रानिक अभिसूचना संकलन किए तो पता चला कि बिहार के बड़े गैंग आलोक कुमार उर्फ अम्बानी गिरोह ने वारदात को अंजाम दिया है।STF वाराणसी टीम ने आलोक कुमार उर्फ अम्बानी गिरोह की तलाश में संदिग्ध राजीव कुमार साहनी उर्फ मुन्ना पुत्र परमानन्द साहनी को उसके घर से दबोच लिया। उसे जीप में थाना कोतवाली कटरा मिर्जापुर लाया गया। राजीव साहनी ने पूछताछ में बताया कि गिरोह के आलोक कुमार उर्फ अम्बानी, आनन्द मोहन और अमन कुमार के साथ मिलकर इस घटना को अंजाम दिया था।
लूट की घटना के बाद आलोक कुमार उर्फ अम्बानी ने 2.50 लाख दिये थे, शेष 5 लाख रुपए बाद में देने की बात तय हुई थी। कुछ दिन पहले उसने लूट का उसके हिस्से का बाद का शेष 5 लाख रुपए दिया था, जिसमें से कुछ खर्च हो गया है।