नयी दिल्ली। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने मंगलवार को यहां रक्षा क्षेत्र के सार्वजनिक उपक्रमों के कामकाज की समीक्षा की। रक्षा मंत्रालय ने बताया कि श्री सिंह ने रक्षा उपक्रमों और स्वदेशीकरण द्वारा नयी तकनीक के विकास के महत्व पर जोर दिया और सशस्त्र बलों की तैयारियों में उपक्रमों की भूमिका की सराहना की। रक्षा मंत्री ने रक्षा उपक्रमों को अनुसंधान और विकास , निर्यात और स्वदेशीकरण की दिशा में समर्पित प्रयास और संसाधन लगाने का निर्देश दिया। उन्होंने उत्पादन क्षमता, उत्पादों की गुणवत्ता बढ़ाने और सशस्त्र बलों को समय पर सामान वितरण करने के लिए प्रेरित किया।
श्री सिंह ने हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड को महारत्न का दर्जा मिलने और भारत का 14वां महारत्न रक्षा उपक्रम बनने पर बधाई दी। उन्होंने अन्य रक्षा उपक्रमों को भी महारत्न और नवरत्न बनने के लिए प्रोत्साहित किया। सचिव (रक्षा उत्पादन)संजीव कुमार ने रक्षा मंत्री को उपक्रमों के वित्तीय निष्पादन, वर्तमान स्थिति तथा अनुसंधान एवं विकास और स्वदेशीकरण आदि के क्षेत्रों में उनके द्वारा किए गए प्रयासों सहित उपक्रमों के बारे में जानकारी दी। अंत में एचएएल, भारत इलेक्ट्रॉनिक्स लिमिटेड, बीईएमएल लिमिटेड, भारत डायनामिक्स लिमिटेड,मझगांव डॉक शिपबिल्डर्स लिमिटेड, गार्डन रीच शिपबिल्डर्स एंड इंजीनियर्स लिमिटेड और गोवा शिपयार्ड लिमिटेड ने रक्षा मंत्री को 1620 करोड़ रुपये की लाभांश राशि के चेक सौंपे।