- भारी संख्या में इलेक्ट्रानिक उपकरण व फर्जी मुहर व आधार कार्ड बरामद
- दर्जनों परीक्षार्थियों के मूल प्रमाण पत्र भी हुए बरामद, जांच में जुटी पुलिस
- शहर कोतवाली, स्वॉट व सर्विलांस टीम की संयुक्त कार्रवाई में मिली कामयाबी
गाजीपुर (डीएनएन)। प्रतियोगी परीक्षाओं में नकल कराकर पास कराने वाले ‘साल्वर गैंग’ चार मास्टमाइंडों को शहर कोतवाली पुलिस व स्वाट व सर्विलांस टीम ने गिरफ्तार किया है। पूछताछ में आरोपितों ने अपना जुर्म कबूल कर लिया है। इनके पास से पुलिस ने कई फर्जी मुहर समेत अन्य फर्जी डाक्यूमेंट बरामद किया है। मंगलवार को पुलिस लाइन सभागार में प्रेसवार्ता कर एसपी डा. ईरज राजा ने कार्रवाई का खुलासा किया। इसके बाद सभी आरोपितों को कोर्ट में पेश करने के बाद पुलिस ने उन्हें जेल भेज दिया।
कार्रवाई पर एक नजर
मुखबिर की सूचना पर स्वाट टीम प्रभारी प्रमोद सिंह, सर्विलांस प्रभारी शिवाकांत मिश्रा समेत शहर कोतवाल दीनदयाल पाण्डेय की संयुक्त टीम द्वारा नगर के स्टेशन रोड इलाके में स्थित राय कॉलोनी से चार युवकों को पकड़ा। सर्वजीत सिंह पुत्र उमाशंकर यादव निवासी हरिबल्लभपुर थाना मोहम्मदाबाद जनपद गाजीपुर । पूछताछ में इन चारों ने अपना नाम और पता श्रवण यादव पुत्र सत्यनारायण यादव निवासी मरदानपुर लक्ष्मन वाजिदपुर थाना बिरनो, पंकज कुमार राय पुत्र अवध बिहारी राय निवासी सारंगपुर थाना कोचस जिला रोहतास सासाराम बिहार, श्रवण कुमार पुत्र रविन्द्र यादव निवासी बिहरा थाना बिरनो व सर्वजीत सिंह पुत्र उमाशंकर यादव निवासी हरिबल्लभपुर थाना मुहम्मदाबाद के रुप में बताया।
पूछताछ में आरोपितों ने बताया
पूछताछ से आरोपितों द्वारा बताया गया कि हम लोग सार्वजनिक परीक्षाओं में परीक्षार्थियांे को फर्जी तरीके से पास कराने में इलेक्ट्रानिक उपकरण , डिवाइश का प्रयोग करते है। परीक्षार्थियांे को पास कराने की अवधि में मूल अंकपत्र , ब्लैंक चेक, ब्लैक स्टाम्प पेपर, आधार कार्ड ले लेते है। फोटो व नाम परीवर्तित कर हम लोग फर्जी आधार कार्ड व किसी भी स्कूल का प्रमाण पत्र फर्जी तरीके से कूटरचित मुहर के माध्यम से तैयार व प्रमाणित कर लेते है। परीक्षार्थियों के पास करने के उपरान्त उनके प्रमाण पत्रों को पूर्व निर्धारित मोटी रकम कम से कम दस लाख रुपये लेने के बाद वापस दिया जाता है । परीक्षार्थी से मिले रुपयों को हमलोग आपस में बांटकर उपयोग कर लेते है ।
इन धाराओं में दर्ज हुआ मुकदमा
आरोपितों के विरूद्ध थाना स्थानीय पर मुकदमा अपराध संख्या 14/2025 की धारा 61(2), 319(2), 318(4), 338,336(3), 340(2), 112(2) बीएनएस व 6/10 उत्तर प्रदेश सार्वजनिक परीक्षा अधिनियम 1998 के तहत अभियोग पंजीकृत कर नियमानुसार अग्रिम विधिक कार्रवाई की जा रही है।
आरोपितों के पास से बरामदगी
3 वाई फाई राउटर , सिम डिवाईस 10 स्किन कलर (नैनो सिम ), सिम डिवाईस कागज में 10 (नैनो सिम ) , सिम डिवाईस 5 टेप लगा हुआ (छोटा व बड़ा सिम), वाकी टाकी रंग काला 3 , छोटा ब्लूटूथ सेट 19 , कान का बग ब्लूटूथ छोटा 13 , छोटा वाकी टाकी टेप लगा हुआ 3, चार्जर वाकी टाकी रंग काला 6 , सिम फ्रेम 6 ,कान से बग निकालने के लिए मैगनेट 1 , मोबाइल चार्जर (नोकिया) 4 , पावर बैंक 1 , चार्जर केबल सफेद 5 , चार्जर केबल काला 4 , चार्जर वाईफाई राउटर 1 , मुहर पैड 1 , फर्जी मुहर 10 , 7 मोबाइल समेत परीक्षार्थियों के मूल शैक्षिक प्रमाण पत्र , ब्लैंक हस्ताक्षरित चेक, ब्लैंक हस्ताक्षरित स्टाम्प पेपर आदि।
वर्जन
पकड़े गये चारों युवक लम्बे समय से प्रतियोगी परीक्षाओं में नकल कराते आ रहे थे। इसके एवज में यह लोग परीक्षार्थियों से मोटी रकम वसूलते है। सटीक समय पर सटीक सूचना मिलने के बाद पुलिस ने यह कार्रवाई की और इन चारों युवकों को दबोच लिया गया। पकड़े गये सभी आरोपितों के खिलाफ सम्बंधित धाराओं के तहत मुकदमा दर्ज कर उन्हें कोर्ट में पेश करने के बाद जेल भेज दिया गया है। यह सभी आरोपित जिले में होने वाली प्रतियोगी परीक्षाओं की सूचिका को भंग करने के उद्ेश्य से यहा ठहरे हुए थे। समय रहते इन लोगों को पुलिस ने दबोच लिया। डा. ईरज राजा-पुलिस अधीक्षक