बलरामपुर। देहात कोतवाली पुलिस ने फेक यूपीआई भुगतान दिखाकर लोगों से सामान लेने वाले चार ठगों को गिरफ्तार किया है। प्रभारी निरीक्षक दुर्गेश सिंह ने बताया कि 12 जनवरी को सिविल लाइन निवासी शिवदत्त द्विवेदी ने पुलिस को सूचना दी कि 30 दिसंबर को रात डेढ़ बजे एक स्विफ्ट कार के चालक व अन्य दो लोगों ने 3189 रुपयों का पेट्रोल भराकर फर्जी पेमेंट का मैसेज भेज दिया। पुलिस ने मामले की रिपोर्ट दर्ज कर साइबर सेल को जांच दी थी। इसी तरह की घटना सुभाष नगर उतरौला निवासी विकास गुप्ता के साथ भी हुई। कार सवार चार लोगों में से एक ने तीन जैकेट लिया जिसकी कुल कीमत दो हजार थी। उसका भुगतान क्यूआर कोड के माध्यम से फोन पे ऐप पर देने को कहा। पेमेंट का स्क्रीनशॉट दिखाया परन्तु पैसा नहीं आया। इस संबंध में उतरौला में चार अज्ञात व्यक्तियों के विरुद्ध मुकदमा दर्ज किया गया था। इसी तरह की घटना नई बस्ती ललिया निवासी महेश पासवान साथ भी हुई। जिसमें तीन अज्ञात व्यक्ति स्विफ्ट कार से दुकान पर आये और चौदह हजार का ल्यूमिनस बैटरी खरीदकर गाड़ी में रख लिये। उन्होने अपने मोबाइल में पेमेंट का मैसेज दिखाया और चले गये। लेकिन पैसा नही आया। इस मामले में थाना ललिया में तीन अज्ञात व्यक्तियों के विरुद्ध मुकदमा पंजीकृत किया गया। मामले के पर्दाफाश के लिए एसपी ने दुर्गेश कुमार सिंह एसओजी व सर्विलांस टीम को जिम्मेदारी दी थी। संयुक्त टीम ने चंद्र प्रकाश यादव उर्फ राजन यादव निवासी सोनपुर धुतकहवा थाना तुलसीपुर पंकज यादव निवासी रमनगरा थाना गौरा चौराहा प्रियांशु गुप्ता निवासी देवीपाटन थाना तुलसीपुर राजेश श्रीवास्तव निवासी अगरहवा थाना कोतवाली देहात को फुलवरिया बाइपास रोड के नरकटिया मोड़ के पास से गिरफ्तार किया। चंद्र प्रकाश यादव के पास से दो जिंदा कारतूस व .32 बोर का पिस्टल पंकज यादव के पास से एक कट्टा मय एक जिंदा कारतूस 312 बोर बरामद किया गया। आरोपियों के विरुद्ध आयुध अधिनियम समेत अन्य धाराओं की वृद्धि कर न्यायालय में पेश किया गया। पूछताछ में राजन यादव ने बताया कि वह प्रियांशु गुप्ता, राजेश श्रीवास्तव व तुलसीपुर निवासी इरशाद के साथ मिलकर प्रियांशु गुप्ता व इरशाद के मोबाइल से फेक फोन पे ऐप के माध्यम से दुकानों व पेट्रोल पंप से खरीददारी करते हैं और उसी मोबाइल के फेक फोन पे ऐप के माध्यम से भुगतान का फर्जी संदेश दिखाकर हम लोग भाग जाते हैं। जबकि कार के नंबर पर काले रंग का टेप चिपका कर असली नंबर छिपाकर फर्जी नंबर बना देते है। आरोपियों के कब्जे से स्विफ्ट कार व तीन एंड्राइड मोबाइल फोन एक कीपैड मोबाइल फोन एक एटीएम कार्ड, एक टेप काला टेप भी बरामद हुआ। गिरफ्तार करने वाली टीम में
अतिरिक्त निरीक्षक विजय कुमार यादव उपनिरीक्षक किसलय मिश्र वरिष्ठ आरक्षी अनमोल कुमार अखिलेश चौधरी सुरेंद्र कुमार समेत एसओजी0 टीम के प्रभारी निरीक्षक सुधीर कुमार सिंह हेड कांस्टेबल शशांक शेखर यादव आरक्षी दिलीप गुप्ता आदर्श कुमार अश्वनी कुमार सिंह शमशेर आलम विशाल द्विवेदी व सर्विलांस टीम के प्रभारी उपनिरीक्षक कर्मवीर सिंह देवेन्द्र कुमार शामिल रहे।