नई दिल्ल्ली .... राजस्थान का बीकानेर क्षेत्र विश्व मानचित्र पर पर्यटन तथा मिठाई व नमकीन उद्योग के लिए विशिष्ट पहचान रखता है। बीकानेर के जूनागढ़, गजनेर किला, देशनोक मन्दिर तथा कैमल सफारी के लिए प्रतिवर्ष यहां भारी संख्या में पर्यटक आते हैं। बीकानेर में स्थित राष्ट्रीय अनुसंधान केन्द्र भी आकर्षण का केन्द्र है। बीकानेर शहर के महत्व, सामरिक दृष्टिकोण और पर्यटन संभावनाओं को देखते हुये रेलवे द्वारा यहाँ यात्री सुविधाओं को बढ़ाने के लिए बीकानेर स्टेशन पर 471 करोढ़ रुपए की लागत से ‘‘अमृत भारत स्टेशन’’ योजना के तहत स्टेशन का पुनर्विकास कार्य किया जा रहा है, जिसमें स्थानीय कला, हैरिटेज और आधुनिकता का समावेश किया जा रहा है। उत्तर पश्चिम रेलवे के मुख्य जनसम्पर्क अधिकारी शशि किरण के अनुसार महाप्रबन्धक श्री अमिताभ के दिशानिर्देश में बीकानेर स्टेशन के पुनर्विकास के कार्य ने गति पकड़ी है। स्टेशन पर मुख्य प्रवेश व द्वितीय प्रवेश पर भूतल सहित 9 मंजिला बिल्डिंग का निर्माण किया जा रहा है। मुख्य प्रवेश पर लगभग 26000 वर्ग मीटर तथा द्वितीय प्रवेश पर लगभग 17000 वर्ग मीटर क्षेत्रफल में नई बिल्डिंग का निर्माण किया जा रहा है। वर्तमान में प्रथम चरण के अंतर्गत द्वितीय प्रवेश स्टेशन की तरफ आवासीय मर्टरों को हटा कर समतल कर आरएमसी प्लांट स्थापित किया गया है। एमएफसी बिल्डिंग का कार्य पूर्ण हो चुका है। कार्यस्थल से हटाए गए आरक्षण कार्यालय, बारात घर, ऑडिटोरियम और मर्टरों के दूसरे स्थान पर निर्माण का कार्य प्रगति पर है। स्टेशन पर एक प्लेटफार्म से दूसरे प्लेटफार्म पर सुगम आवागमन के लिए 41 लिफ्ट और 24 एस्केलेटर लगाया जाना प्रस्तावित हैं। इसके अतिरिक्त 1700 और 1475 वर्ग मीटर क्षेत्रफल के 2 नए फुट ओवर ब्रिज का भी निर्माण किया जाएगा। स्टेशन पर लगभग 16 हजार वर्ग मीटर क्षेत्र में प्लेटफार्म शेल्टर का कार्य किया जाना है। बीकानेर स्टेशन पर पुनर्विकास कार्य के होने से स्थानीय नागरिको के साथ-साथ पर्यटको को अनेक यात्री सुविधाएं उपलब्ध होगी। साथ ही स्टेशन के पुनर्विकास कार्य के कारण क्षेत्र में विकास और प्रत्यक्ष व अप्रत्यक्ष रूप से रोजगार के अनेकों अवसर उत्पन्न होंगे।