नई दिल्ली ..... देशभर में एक देश एक चुनाव के मुद्दे पर बातचीत तेज है। ऐसे में भाजपा सांसद और संसद की संयुक्त संसदीय समिति (जेपीसी) के अध्यक्ष पीपी चौधरी ने एक देश, एक चुनाव के बैठक को लेकर बयान दिया। उन्होंने कहा कि एक देश, एक चुनाव का देश की अर्थव्यवस्था पर बहुत बड़ा प्रभाव होगा। इसलिए इस विषय पर राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर के अर्थशास्ति्रयों को भी बुलाया गया है ताकि चुनावों के साथ-साथ होने वाले फायदे और नुकसान को समझा जा सके। इस दौरान पीपी चौधरी ने पूर्व राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद समिति की रिपोर्ट का भी जिक्र किया। उन्होंने कहा कि उनकी रिपोर्ट में बताया गया कि इससे देश की जीडीपी में 1.6 फीसद की बढ़ोतरी होगी, जिससे लगभग सात लाख करोड़ रुपये का आर्थिक लाभ होगा। इसके साथ ही, चुनावी खर्च और मॉडल कोड ऑफ कंडक्ट लागू होने के बाद सरकारी अधिकारियों का चुनावी मोड में चले जाने से आम जनता की समस्याओं पर ध्यान न देना और पर्यटन उद्योग को नुकसान होने जैसे मुद्दों पर भी चर्चा होगी। इस दौरान पीपी चोधरी ने आगे कहा कि यदि चुनाव एक साथ कराए गए तो भारत के विकास का लक्ष्य 'विकसित भारत 2047 समय से पहले पूरा हो सकता है। यह कोई राजनीतिक मामला नहीं बल्कि देश हित का विषय है। समिति के सभी सदस्य सकारात्मक और रचनात्मक नजरिए से इस मुद्दे पर काम कर रहे हैं।