नई दिल्ली .... बीकानेर रेल मंडल हमेशा संरक्षित रेल संचालन हेतु नवाचारों का उपयोग करता रहा है। इसी क्रम में बीकानेर रेल मंडल अब उच्च तकनीकी प्रणाली से युक्त कवच का उपयोग करेगा। मंडल अब 1775 किलोमीटर रूट किलोमीटर पर लगभग 800 करोड रुपए की लागत से इस तकनीक का उपयोग करेगा। संरक्षित रेल संचालन में अत्याधुनिक और अपग्रेड सिगनल प्रणाली की अहम भूमिका है। उत्तर पश्चिम रेलवे के बीकानेर रेल मंडल पर संरक्षा सुदृढ़ करने के लिए टक्कररोधी प्रणाली कवच प्रणाली का कार्य प्रगति पर है। उत्तर पश्चिम रेलवे के मुख्य जनसम्पर्क अधिकारी श्री शशि किरण के अनुसार उत्तर पश्चिम रेलवे के 5561 किलोमीटर रेल मार्ग में लगभग 2300 करोड़ रूपए की लागत के साथ स्वदेशी कवच प्रणाली का कार्य स्वीकृत है। उत्तर पश्चिम रेलवे के बीकानेर मण्डल पर 1775 किलोमीटर रेल मार्ग पर कवच प्रणाली स्थापित करने के कार्य को लगभग 800 करोड़ रूपए की लागत के साथ स्वीकृति प्रदान की गई है। बीकानेर मण्डल में संरक्षा को सुदृढ़ करने के लिए अत्याधुनिक कवच 4.0 प्रणाली स्थापित की जाएगी। उत्तर पश्चिम रेलवे पर स्वदेशी टक्कररोधी प्रणाली कवच की स्थापना के लिए 1586 किलोमीटर रेल मार्ग पर स्टेशन कवच, टावर व आप्टिकल फाइबर केबल डालने के कार्य हेतु टेण्डर अवार्ड कर दिए गए है और सभी कार्य प्रगति पर है। अजमेर, जयपुर और जोधपुर मण्डल में शेष बचे रेल मार्ग में कवच प्रणाली स्थापित करने के लिए टेण्डर प्रक्रिया प्रगति पर है। बीकानेर मण्डल पर कवच प्रणाली के कार्य स्वीकृत होने से अब उत्तर पष्चिम रेलवे पर सभी मण्डलों में कार्य स्वीकृत हो गया है। उत्तर पश्चिम रेलवे के सभी मण्डलों में कवच प्रणाली स्थापित हो जाने के उपरांत रेलवे संरक्षा बेहतर व सुदृढ़ होगी।