मुंबई.... निजी क्षेत्र के कोटक महिंद्रा बैंक का समग्र शुद्ध मुनाफा चालू वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही में 11.42 प्रतिशत घटकर 4,486 करोड़ रुपये रह गया जो एक साल पहले 5,044 करोड़ रुपये था।
बैंक ने शनिवार को जारी वित्तीय परिणामों में बताया कि तिमाही के दौरान कंपनी का परिसंपत्ति पर रिटर्न 1.97 प्रतिशत और इक्विटी पर रिटर्न 10.65 प्रतिशत रहा। इस दौरान, बैंक द्वारा दिया गया शुद्ध ऋण सालाना आधार पर 16 प्रतिशत बढ़कर 4,62,688 करोड़ रुपये पर पहुंच गया। वहीं, औसत कुल जमा 14 फीसदी की वृद्धि के साथ 5,10,538 करोड़ रुपये रहा। सावधि जमा 20 प्रतिशत बढ़कर 3,11,889 करोड़ रुपये पर पहुंच गयी।
दूसरी तिमाही के अंत में चालू खाता बचत खाता (कासा) अनुपात 42.3 प्रतिशत रही। ऋण बनाम जमा अनुपात 87.5 प्रतिशत पर रहा। बैंक के ग्राहकों की संख्या 5.2 प्रतिशत रही।
बैंक ने बताया कि तिमाही के दौरान उसकी ब्याज से प्राप्त शुद्ध आय चार प्रतिशत बढ़कर 7,311 करोड़ रुपये पर पहुंच गयी।
बैंक के प्रबंध निदेशक एवं मुख्य कार्यकारी अधिकारी अशोक वासवानी ने एक प्रश्न के उत्तर में स्वीकार किया कि बैंक का मुनाफा घटने में गैर-निष्पादित परिसंपत्तियों (एनपीए), मानक परिसंपत्ति और अन्य मदों में किये गये प्रावधानों का काफी योगदान रहा।
उल्लेखनीय है कि पिछले वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही में बैंक ने कुल 1,674.37 करोड़ रुपये का प्रावधान किया था जो गत 30 सितंबर 2025 को समाप्त तिमाही में घटकर 2,416.21 करोड़ रुपये पर पहुंच गया।
एकल आधार पर बैंक का मुनाफा एक साल पहले के 3,343.72 करोड़ रुपये से घटकर 3,253.33 करोड़ रुपये रह गया। इस दौरान उसका सकल एनपीए अनुपात 1.49 प्रतिशत से घटकर 1.39 प्रतिशत और शुद्ध एनपीए अनुपात 0.43 प्रतिशत से घटकर 0.32 प्रतिशत रह गया।
कोटक महिंद्रा लाइफ इंश्योरेंस का शुद्ध लाभ एक साल पहले के 360 करोड़ रुपये से घटकर 49 करोड़ रुपये रह जाने के बारे पूछे गये एक सवाल के जबाव में कोटक सिक्योरिटीज के प्रबंध निदेशक एवं मुख्य कार्यकारी अधिकारी ने जयदीप हंसराज ने बताया कि इसमें एक बड़ा कारक यह रहा कि वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) में जीवन बीमा पर कर शून्य करने की घोषणा के बाद आया ठहराव था।