लीड नयी दिल्ली.... दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने शुक्रवार को कहा कि दिल्ली के स्वच्छ तथा आधुनिक सार्वजनिक परिवहन तंत्र को और मजबूत बनाते हुए आज दिल्ली के इलेक्ट्रिक बस बेड़े में 50 नयी इलेक्ट्रिक बसों को शामिल किया गया है।
श्रीमती रेखा गुप्ता ने आज दक्षिणी दिल्ली स्थित डीटीसी तेहखंड डिपो में ऑटोमेटेड व्हीकल टेस्टिंग स्टेशन (एटीएस) का शिलान्यास किया और 50 नयी इलेक्ट्रिक बसों को हरी झंडी दिखाकर जनता को समर्पित किया। उन्होंने कहा कि मात्र आठ महीनों में दिल्ली सरकार ने परिवहन क्षेत्र में उल्लेखनीय प्रगति की है, साथ ही राजधानी में वाहनों के फिटनेस परीक्षण को आधुनिक, पारदर्शी और पूर्णत: डिजिटल बनाने की दिशा में ऐतिहासिक कदम उठाए गए हैं, जिनका प्रभाव आने वाले वर्षों में दिल्ली की पर्यावरणीय गुणवत्ता और परिवहन व्यवस्था पर स्पष्ट रूप से दिखाई देगा। उनकी सरकार की इस ठोस पहल से प्रदूषण पर रोक का प्रभावी प्रयास है।
उन्होंने कहा कि दिल्ली के पर्यावरण और प्रदूषण की चर्चा में सबसे महत्वपूर्ण मुद्दा वाहनों से होने वाला उत्सर्जन है। दिल्ली में करीब 6.5 लाख कमर्शियल वाहन हैं, जिन्हें हर वर्ष फिटनेस प्रमाणन की आवश्यकता होती है लेकिन वर्षों तक इसकी व्यवस्था उपेक्षित रही। उन्होंने कहा कि राजधानी में पहले केवल एक झुंझुनी सेंटर था, जिसकी क्षमता मात्र 47,000 वाहनों की थी। लाखों वाहन फिटनेस टेस्ट के लिए एनसीआर में भटकते थे। वर्षों तक पिछली सरकारों ने दिल्ली को अव्यवस्थाओं के हवाले छोड़ दिया। मुख्यमंत्री ने कहा कि मात्र आठ महीनों में दिल्ली सरकार ने परिवहन क्षेत्र में उल्लेखनीय प्रगति की है। राजधानी में वाहनों के फिटनेस परीक्षण को आधुनिक, पारदर्शी और पूर्णत: डिजिटल बनाने की दिशा में ऐतिहासिक कदम उठाए गए हैं, जिनका प्रभाव आने वाले वर्षों में दिल्ली की पर्यावरणीय गुणवत्ता और परिवहन व्यवस्था पर स्पष्ट रूप से दिखाई देगा।
मुख्यमंत्री ने बताया कि दिल्ली का पहला ऑटोमेटेड व्हीकल टेस्टिंग सेंटर नंद नगरी में तेज़ी से बन रहा है, जिसकी वार्षिक क्षमता लगभग 72,000 वाहनों की है। यह केंद्र पूरी तरह डिजिटल व मानव-हस्तक्षेप से मुक्त होगा, जिससे फिटनेस प्रमाणन प्रक्रिया अधिक पारदर्शी, विश्वसनीय और सुगम बनेगी। यह कदम दिल्ली के लाखों वाहन मालिकों को बड़ी राहत देगा और राजधानी में प्रदूषण नियंत्रण की दिशा में महत्वपूर्ण योगदान करेगा। उन्होंने कहा कि 73 हजार वाहनों की क्षमता वाला दूसरा ऑटोमेटेड टेस्टिंग सेंटर आज तेहखंड में शुरू किया गया है, जिससे वाहन परीक्षण क्षमता दोगुनी हो जाएगी।
मुख्यमंत्री ने कहा, " पिछली सरकार ने 11 वर्षों में केवल 2,000 इलेक्ट्रिक बसें दीं। हमने 8 महीनों में 1,350 ई-बसें दिल्ली को समर्पित की हैं। यह हमारी नीयत और नीति का प्रमाण है।" उन्होंने बताया कि इंटरस्टेट बस सेवाएं और यूनिवर्सिटी की यूथ स्पेशल बसें जिनको पिछली सरकार ने बंद कर दिया था, उन्हें भी वर्तमान सरकार ने पुनः शुरू किया है। दिल्ली सरकार प्रत्येक नागरिक को सुरक्षित, आधुनिक और पर्यावरण-अनुकूल परिवहन उपलब्ध कराने के लिए प्रतिबद्ध है। मेट्रो विस्तार, ईवी बस बेड़े का विस्तार, ऑटोमेटेड फिटनेस सेंटर, और अधिक तकनीक-आधारित शासन इन्हीं प्रयासों का हिस्सा हैं। उन्होंने कहा , "काम बहुत है, चुनौतियां भी बहुत हैं, पर हमारी नीयत स्पष्ट है। दिल्ली को रोज़ाना सुधारने का प्रयास बिना रुके जारी रहेगा।"