नई दिल्ली .... पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने गुरुवार को खुले मंच से दो बड़े संदेश दिए हैं। पहला, टीएमसी विधायक हमायूं कबीर के निलंबन के बाद सांप्रदायिक राजनीति पर कड़ा रुख और दूसरा, विशेष गहन पुनरीक्षण को लेकर भाजपा पर तीखा हमला। हमायूं कबीर को कथित तौर पर ‘बाबरी मस्जिद शैली की मस्जिद’ की नींव रखने की घोषणा के बाद पार्टी से निलंबित किया गया। आरोप है कि इस बयान से जिले में सांप्रदायिक तनाव बढ़ सकता था। निलंबन की घोषणा कोलकाता में मंत्री फिरहाद हाकिम ने जल्दबाजी में बुलाई गई प्रेस कॉन्फ्रेंस में की। उनके साथ जिले के नेता अखरुज्जमान और नियामत शेख भी मौजूद थे। हाकिम ने कहा, ‘जो धर्म के नाम पर राजनीति करेगा, उसका टीएमसी में कोई स्थान नहीं।’ कुछ घंटे बाद, ममता बनर्जी ने मुर्शिदाबाद की रैली में बिना नाम लिए कबीर पर कटाक्ष किया। उन्होंने कहा, ‘मुर्शिदाबाद दंगों की राजनीति स्वीकार नहीं करेगा। यह सरज-उद-दौला की मिट्टी है, यहां सद्भाव है। हम सांप्रदायिक राजनीति नहीं करते और न इसे सहेंगे।’ उन्होंने कहा कि जिले की पहचान धार्मिक सद्भावना है और इसे किसी कीमत पर टूटने नहीं दिया जाएगा।