नई दिल्ली .... भारतीय तटरक्षक बल की समुद्री ताकत में एक और आधुनिक जहाज जुड़ गया है। नए जमाने के एडम्या श्रेणी के तीसरे फास्ट पेट्रोल वेसल ‘अमूल्य’ को शुक्रवार को औपचारिक रूप से बेड़े में शामिल किया गया। अधिकारियों के अनुसार यह जहाज निगरानी, खोज और बचाव अभियान, तस्करी रोकने और समुद्री प्रदूषण से निपटने जैसे कई अहम मिशनों को अंजाम देगा। इससे भारत के पूर्वी तट (ईस्ट कोस्ट) की सुरक्षा और ज्यादा मजबूत होगी। एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि यह जहाज समुद्र को सुरक्षित, साफ और संरक्षित रखने के लिए तटरक्षक बल की मजबूत इच्छाशक्ति और प्रतिबद्धता का प्रतीक है।
बता दें कि 51 मीटर लंबा यह फास्ट पेट्रोल जहाज गोवा शिपयार्ड लिमिटेड में डिजाइन और तैयार किया गया है। इसमें 60 प्रतिशत से ज्यादा स्वदेशी उपकरण लगे हैं। इससे रक्षा क्षेत्र में भारत की आत्मनिर्भरता और ‘मेक इन इंडिया’ तथा ‘आत्मनिर्भर भारत’ अभियान की सफलता साफ दिखाई देती है। जानकारी के अनुसार ‘अमूल्य’ में दो अत्याधुनिक 3000 किलोवाट डीजल इंजन लगे हैं, जिनसे यह जहाज 27 नॉट्स की अधिकतम गति से चल सकता है। यह एक बार में 1500 समुद्री मील तक का सफर तय कर सकता है, जिससे लंबे समय तक समुद्र में मिशन संभव हो पाता है। इसके साथ ही जहाज में 30 मिमी की तोप 12.7 मिमी की दो रिमोट कंट्रोल गन लगाई गई हैं। इसके अलावा, इसमें लक्ष्य पहचान और फायर कंट्रोल के आधुनिक सिस्टम भी हैं। साथ ही, इसमें इंटीग्रेटेड ब्रिज सिस्टम, मशीनरी कंट्रोल सिस्टम और ऑटोमैटिक पावर मैनेजमेंट सिस्टम लगे हैं, जो जहाज की कार्यक्षमता और सुरक्षा को और बेहतर बनाते हैं। गौरतलब है कि आईसीजीएस अमूल्य को ओडिशा के पारादीप में तैनात किया जाएगा। यह जहाज तटरक्षक बल के उत्तर-पूर्वी क्षेत्र के कमांडर के अधीन काम करेगा। जहाज की कमान कमांडेंट (जूनियर ग्रेड) अनुपम सिंह के पास है और इसमें 5 अधिकारी और 34 जवान तैनात रहेंगे। मामले में अधिकारियों ने कहा कि ‘अमूल्य’ के शामिल होने से तटरक्षक बल की ताकत और बढ़ेगी। यह जहाज तटीय सुरक्षा, समुद्री निगरानी और आपातकालीन राहत कार्यों में अहम भूमिका निभाएगा और देश की समुद्री सीमाओं को और ज्यादा सुरक्षित बनाएगा।
भारत-पाकिस्तान बॉर्डर से सटे एयरबेस पर होंगे अपाचे हेलिकॉप्टर तैनात
नई दिल्ली (एजेंसी)। भारतीय सेना ने दुनिया के सबसे घातक अटैक हेलिकॉप्टर कहे जाने वाले ्र॥-64श्व अपाचे अटैक हेलिकॉप्टरों को जोधपुर एयरबेस पर तैनात किया है, जो एक समय में 256 लक्ष्यों को ट्रैक कर सकता है और 16 लक्ष्यों को प्राथमिकता दे सकता है। ये हेलिकॉप्टर अब पाकिस्तान सीमा की निगरानी और भारत की रक्षात्मक और आक्रामक क्षमताओं को मजबूत बनाएंगे। हाल ही में जैसलमेर क्षेत्र में हुए सैन्य अभ्यास ‘त्रिशूल’ और ‘मरु ज्वाला’ में इन हेलिकॉप्टरों का उपयोग किया गया था। अभ्यास के बाद इन्हें पश्चिमी सीमा के पास एक महत्वपूर्ण एयरबेस पर तैनात किया गया है। यह पहली बार है जब भारतीय थल सेना के अपाचे हेलिकॉप्टरों ने किसी बड़े सैन्य अभ्यास में हिस्सा लिया।
अभ्यास के दौरान इन हेलिकॉप्टरों ने तय लक्ष्यों पर सटीक हमला किया। जून 2025 में अमेरिका से मिले 3 अपाचे हेलिकॉप्टरों की पहली खेप की ट्रेनिंग पूरी हो चुकी है।