नयी दिल्ली। वस्त्र मंत्रालय ने कहा है कि राजधानी में चार दिन तक चले ‘भारत टेक्स 2024 ’ सम्मेलन में 100 से अधिक उत्पाद घोषणाएं, अंतर्राष्ट्रीय समझौता ज्ञापन, निवेश निर्णय और अनुसंधान सहयोग पर चर्चा की गयी। मंत्रालय के अनुसार इस कार्यक्रम में 100 से अधिक देशों के 3000 खरीदार आये और दस हजार से अधिक कारीगर, बुनकर, छात्र, कारखाना श्रमिक, गैर सरकारी संगठन और निर्माता कंपनी शामिल हुईं। गुरूवार को संपन्न हुए इस सम्मेलन का प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने 26 फरवरी को भारत मंडपम में उद्घाटन किया था। इस कार्यक्रम में न केवल भारतीय, बल्कि शीर्ष ब्रांडों और खुदरा विक्रेताओं सहित वैश्विक हितधारकों की भी जबरदस्त भागीदारी रही।
इस का आयोजन 11 वस्त्र निर्यात संवर्धन परिषदों के संघ ने वस्त्र मंत्रालय के सहयोग से किया था। यह कार्यक्रम भारत मंडपम और यशोभूमि पर एक साथ आयोजित किया गया था और दोनों स्थानों पर प्रदर्शनी की जगह खाली नहीं रही। कार्यक्रम में दुनिया भर के सभी प्रमुख वस्त्र संगठनों और ब्रांडों ने भाग लिया। इनमें कोच, टॉमी हिलफिगर, केल्विन क्लेन, वेरो मोडा, जैक एन जोन्स, टोरे, एचएंडएम, टारगेट, कोहल्स, के-मार्ट, आईकेईए, वाईकेके, लेनज़िंग, अंको, सीआईईएल ग्रुप, बुसाना ग्रुप, ब्रैंडिक्स अपैरल्स, टीजिन लिमिटेड आदि कंपनियों के शीर्ष स्तर के प्रतिभागी शामिल हुए। इसमें रिलायंस, आदित्य बिड़ला, वेलस्पन, ट्राइडेंट, वर्धमान, नाहर, इंडोकाउंट, रेमंड एसआरएफ इंडस्ट्रीज सहित सभी प्रमुख भारतीय कंपनियों की उच्चतम भागीदारी रही। उत्तर प्रदेश, महाराष्ट्र, गुजरात, मध्य प्रदेश, तेलंगाना, तमिलनाडु और कर्नाटक सहित अग्रणी वस्त्र प्रदेश समर्पित मंडपों और सरकारी प्रतिनिधित्व के साथ उत्साही भागीदार राज्य थे।
केंद्रीय वस्त्र और वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री श्री पीयूष गोयल ने मुख्य कार्यकारी अधिकारियाें की गोलमेज बैठक की अध्यक्षता की जिसमें वस्त्र क्षेत्र की विकास संभावनाओं पर विचार-विमर्श किया गया। कार्यक्रम में प्रमुख वैश्विक ब्रांडों और संभावित निवेशकों के साथ 50 से अधिक व्यावसायिक बैठकें हुईं, जिनमें नवाचार और स्थिरता पर ध्यान देने के साथ विनिर्माण, अनुसंधान एवं विकास में निवेश के क्षेत्रों को शामिल किया गया।
कार्यक्रम के दौरान कई समझौता ज्ञापनों पर हस्ताक्षर किए गए। इनमें शैक्षणिक सहयोग, स्टार्ट-अप का विकास, अनुसंधान, उत्पाद विकास सहित अन्य क्षेत्रों पर निफ्ट द्वारा 6 अंतर्राष्ट्रीय और 13 घरेलू समझौता ज्ञापन, केंद्रीय रेशम बोर्ड द्वारा अनुसंधान, सहयोग और नवाचार पर विभिन्न एजेंसियों के साथ 10 समझौता ज्ञापन, जियो-टेक्सटाइल्स में अनुसंधान और नवाचार के लिए राष्ट्रीय जूट बोर्ड द्वारा 2 समझौता ज्ञापन, वस्त्र समिति द्वारा बाजार जुड़ाव, मानकीकरण और अपशिष्ट प्रबंधन के लिए 3 समझौता ज्ञापन, केंद्रीय ऊन विकास बोर्ड द्वारा सहयोग और वैज्ञानिक अनुसंधान पर 5 समझौता ज्ञापन, प्रयोगशाला स्थापित करने और अनुसंधान के लिए भारतीय जूट निगम द्वारा 3 समझौता ज्ञापन, अनुसंधान और नवाचार के लिए आईजेआईआरए द्वारा 6 समझौता ज्ञापन, सामग्री विकास, खेल तकनीक उत्पाद विकास और क्षेत्र अनुसंधान के लिए ऊन अनुसंधान संघ द्वारा 5 समझौता ज्ञापन, पीएम मित्र पार्क में उद्यमियों के लिए अनुसंधान और नवाचार के लिए एमएएनटीआरए (मंत्र) द्वारा 3 समझौता ज्ञापन, अनुसंधान और सहयोग के लिए एटीआईआरए द्वारा 3 समझौता ज्ञापन, सहयोगी अनुसंधान और नवाचार के लिए एसआईटीआरए द्वारा 2 समझौता ज्ञापन, मछली पकड़ने के उद्योग के लिए तकनीकी वस्त्र उत्पाद विकसित करने के लिए एसएएसएमआईआरए द्वारा एक समझौता ज्ञापन, अनुसंधान और विकास के लिए बीटीआरए द्वारा एक समझौता ज्ञापन, निफ्ट द्वारा विभिन्न अंतर्राष्ट्रीय फैशन स्कूल और भारतीय शैक्षिक/अनुसंधान संस्थानों के साथ 22 समझौता ज्ञापनों पर हस्ताक्षर किए गए। इसके अलावा कई किताबें भी लॉन्च की गईं। कार्यक्रम में इंडियाटेक्स परियोजना का शुभारम्भ किया गया।