अहमदाबाद.... अडानी समूह की कंपनी अडानी पोर्ट्स एंड स्पेशल इकोनॉमिक जोन (एपीएसईजेड) को वित्त वर्ष 2025-26 की दूसरी तिमाही में 3,120 करोड़ रुपये का मुनाफा हुआ है जो पिछले वित्त वर्ष की समान तिमाही के मुकाबले 29 प्रतिशत अधिक है।
कंपनी के निदेशक मंडल की मंगलवार को हुई बैठक में वित्तीय परिणामों को मंजूरी दी। इसके अनुसार तिमाही के दौरान कंपनी का कुल राजस्व 30 प्रतिशत बढ़कर 9,167 करोड़ रुपये हो गया। कंपनी का परिचालन लाभ 27 फीसदी बढ़कर 5,550 करोड़ रुपये हो गया।
निदेशक मंडल ने अडानी पोर्ट्स की पूर्ण स्वामित्व वाली इकाई अडानी हार्बर सर्विसेज के एपीएसईजेड में विलय की योजना को भी मंजूरी प्रदान की। फिलहाल इस योजना को नियामकीय मंजूरियां मिलनी शेष हैं।
तिमाही के दौरान कंपनी को घरेलू बंदरगाह के कारोबार से 6,351 करोड़ रुपये, अंतर्राष्ट्रीय बंदरगाह कारोबार से 1,077 करोड़ रुपये और लॉजिस्टिक्स कारोबार से 1,055 करोड़ रुपये की आमदनी हुई। मरीन कारोबार का राजस्व 641 करोड़ रुपये और अन्य राजस्व 43 करोड़ रुपये रहा।
कंपनी की कार्गो हैंडलिंग सालाना 12 प्रतिशत बढ़कर दूसरी तिमाही में 12.4 करोड़ टन पर पहुंच गयी। घरेलू बाजार में उसकी एक साल पहले के 27.4 प्रतिशत से बढ़कर 28.1 प्रतिशत पर पहुंच गयी। कंटेनर कारोबार में देश में उसकी बाजार हिस्सेदारी 45.9 प्रतिशत रही।
अडानी पोर्ट्स के मुख्य कार्यकारी अधिकारी अश्वनी गुप्ता ने कहा कि एक एकीकृत ट्रांसपोर्ट कंपनी बनने का कंपनी का सपना तेजी से आकार ले रहा है।