दिल्ली के करोल बाग स्थित विशाल मेगा मार्ट में शुक्रवार शाम भयानक आग लगने की घटना में यूपीएससी की तैयारी कर रहे छात्र धीरेंद्र विक्रम सिंह (24) की दर्दनाक मौत हो गई। धीरेंद्र लिफ्ट में फंसे हुए थे और धुआं भरने से दम घुटने की वजह से उनकी जान चली गई।
परिवार वालों ने बताया कि धीरेंद्र ने फंसे होने के दौरान पहले आवाज लगाकर मदद मांगी, फिर अपने भाई-बहन को फोन और मैसेज करके बचाने की गुहार लगाई। उसने वीडियो कॉल के जरिये भी अपनी हालत दिखाने की कोशिश की, मगर धुएं और नेटवर्क की समस्या के चलते कुछ साफ नजर नहीं आया।
धीरेंद्र ने दिल्ली में ही रह रहे अपने बड़े भाई और बहन से कहा कि वह कई घंटों से लिफ्ट में फंसा है और सांस नहीं ले पा रहा। परिवार ने तुरंत पुलिस को सूचना दी, मगर बताया गया कि बिल्डिंग को पूरी तरह चेक कर लिया गया है और अंदर कोई नहीं है।
बाद में जब वरिष्ठ अधिकारियों के स्तर पर कार्रवाई हुई और मोबाइल लोकेशन ट्रेस किया गया, तब देर रात धीरेंद्र का शव मार्ट की लिफ्ट में मिला। धीरेंद्र को समय रहते बचाया जा सकता था, लेकिन लापरवाही ने एक होनहार छात्र की जिंदगी छीन ली।
धीरेंद्र यूपी के सोनभद्र जिले का रहने वाला था और करीब छह साल से दिल्ली में रहकर पढ़ाई कर रहा था। वह हाल ही में अपने घर गया था और दो दिन पहले ही वापस लौटा था। घटना के समय वह मेगा मार्ट में खरीदारी करने आया था।
पुलिस ने आग लगने के मामले में शॉर्ट सर्किट की आशंका जताई है और लापरवाही का केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। इमारत में आग बुझाने और तलाशी का काम शनिवार देर रात तक चलता रहा। इस घटना में एक और शव बरामद हुआ है, जिसकी पहचान अभी नहीं हो पाई है।
यह दर्दनाक हादसा राजधानी में सुरक्षा मानकों और इमरजेंसी व्यवस्था पर एक बड़ा सवाल खड़ा करता है।