टोक्यो..... जापान में लिबरल डेमोक्रेटिक पार्टी (एलडीपी) की कद्दावर नेता सनाए ताकाइची प्रधानमंत्री पद की दौड़ में एक प्रमुख दावेदार के रुप में उभर रही है।
मीडिया रिपोर्टों के मुताबिक सुश्री ताकाइची चार अक्टूबर को होने वाले प्रधानमंत्री पद के चुनाव में एलडीपी की कद्दावर नेता और एक प्रमुख दावेदार के रूप में उभर रही हैं। जापान में सत्ता के सर्वोच्च पद पर पहुंचना उनकी एक दुर्लभ उपलब्धि होगी। वह एक कट्टर रूढ़िवादी हैं और दिवंगत पूर्व प्रधानमंत्री शिंजो आबे की लंबे समय से सहयोगी रही हैं, जिनकी नीतियों को उन्होंने जारी रखने का संकल्प लिया है।
जापान टाइम्स की रिपोर्ट के अनुसार कृषि मंत्री शिंजिरो कोइज़ुमी के साथ जनता की पसंदीदा सुश्री ताकाइची पिछले साल एलडीपी नेतृत्व के लिए हुए दूसरे दौर के चुनाव में निवर्तमान प्रधानमंत्री शिगेरु इशिबा से थोड़े अंतर से हार गई थीं। अगर इस बार वह जीत जाती हैं तो वह जापान की पहली महिला प्रधानमंत्री बन जाएँगी जो देश के राजनीतिक इतिहास में एक संभावित ऐतिहासिक मील का पत्थर होगा और राजनीति में लैंगिक समानता के मुद्दे पर टोक्यो की क्रमिक प्रगति को दर्शाएगा।
रिपोर्ट के अनुसार 1947 में देश के युद्धोत्तर संविधान को अपनाए जाने के बाद से किसी भी महिला ने प्रधानमंत्री के रूप में कार्य नहीं किया है। केवल कुछ ही महिलाओं ने वरिष्ठ कैबिनेट पदों पर कार्य किया है और महिला उम्मीदवारों को ऐतिहासिक रूप से पुरुष-प्रधान एलडीपी के भीतर संस्थागत बाधाओं का सामना करना पड़ा है, जिसने 1955 में अपनी स्थापना के बाद से लगभग निरंतर शासन किया है।
उल्लेखनीय है कि पूर्व विदेश मंत्री युरिको कोइके 2016 में टोक्यो की पहली महिला गवर्नर बनकर इस पद के करीब पहुँच गई थीं, लेकिन उन्हें एलडीपी के भीतर राष्ट्रीय नेतृत्व के लिए पर्याप्त समर्थन कभी नहीं मिला। इसी तरह एलडीपी नेतृत्व की दौड़ में पूर्व महिला दावेदारों जिनमें स्वयं ताकाइची भी शामिल हैं, को जनता के बीच अच्छी प्रतिक्रिया के बावजूद अक्सर शक्तिशाली पार्टी गुटों का समर्थन हासिल करने के लिए संघर्ष करना पड़ा।