नई दिल्ली...... अमेरिकी बाजार में बढ़ी चुनौतियों के बीच भारत का वाणिज्यिक निर्यात सितंबर महीने में सालाना आधार पर 6.75 प्रतिशत बढ़ कर 36.38 अरब डालर रहा जबकि स्वर्ण आयात में उछाल तथा अमेरिकी बाजार में निर्यात में गिरावट के चलते व्यापार घाटा बढ़कर 32.15 अरब डॉलर के 13 महीने के उच्चतम स्तर पर पहुँच गया।
पिछले साल इसी माह वाणिज्यक वस्तुओं का निर्यात 34.08 अरब डालर था।
बुधवार को जारी सितंबर के सरकारी आंकड़ों में सोने का आयात ऊंचा रहा जबकि अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा भारतीय वस्तुओं पर 50 प्रतिशत तक की दर से भारी शुल्क लगाने के अमेरिका में भारत के निर्यात में गिरावट दिखी। यह पहला पूरा महीना रहा जिसमें कारोबार अमेरिकी शुल्कों के पूरे प्रभाव में हुआ है।
सितंबर में अमेरिकी बाजार में भारत का वाणिज्यिक निर्यात घट कर 5.43 अरब डॉलर रहा।
इस दौरान सोने का आयात दोगुना होकर 9.6 अरब डॉलर रहा।
सितंबर में आयात एक साल पहले की तुलना में 16.7 प्रतिशत उछल कर 68.53 अरब डॉलर रहा। पिछले साल सितंबर में वाणिज्यिक वस्तुओं का आयात 58.74 अरब डॉलर था।
सरकारी आंकड़ों के अनुसार सितंबर, 2025 में सेवाओं का अनुमानित निर्यात 30.82 अरब डॉलर रहा जो एक साल के 32.60 अरब डालर से कम है। इसी दौरान सेवाओं का आयात पिछले साल इसी माह के 16.54 अरब डॉलर की तुलना में घट कर 15.29 अरब डॉलर रहा।
आलोच्य माह में कुल निर्यात (वस्तु एवं सेवाओं को मिला कर) 67.20 अरब डॉलर रहा जबकि कुल आयात 83.82 अरब डॉलर रहा। पिछले साल ये आंकड़े क्रमश: 66.68 अरब डॉलर और 75.28 अरब डॉलर था। इस तरह सितंबर में कुल व्यापारिक घाटा (वस्तु एवं सेवा व्यापार को मिला कर) 16.61 अरब डॉलर के साथ एक साल पहले की तुलना में करीब दो गुना हो गया। सितंबर 2024 में कुल व्यापारिक घाटा 8.60 अरब डालर था।
आंकड़ों के मुताबिक अप्रैल-सितंबर 2025 के दौरान कुल संचयी निर्यात (माल और सेवाएं) 413.30 अरब डॉलर रहने का अनुमान है, जो अप्रैल-सितंबर 2024 में यह 395.71 रब डॉलर डॉलर की तुलना में 4.45 प्रतिशत अरब डॉलर की वृद्धि दर्शाता है।
सितंबर 2025 में वाणिज्यिक वस्तुओं के निर्यात की वृद्धि में मुख्य रूप से इलेक्ट्रॉनिक सामान, पेट्रोलियम उत्पाद, इंजीनियरिंग सामान, चावल, समुद्री उत्पाद और औषधियाँ एवं फार्मास्यूटिकल्स क्षेत्र का योगदान रहा। इलेक्ट्रॉनिक वस्तुओं का निर्यात सितंबर 2024 के 2.07 अरब डॉलर से 50.54 प्रतिशत बढ़कर सितंबर 2025 में 3.12 अरब डॉलर रहा।
इसी दौरान पेट्रोलियम उत्पादों का निर्यात एक साल पहले के 4.30 अरब डॉलर से 15.22 प्रतिशत बढ़कर 4.96 अरब डॉलर हो गया। इंजीनियरिंग वस्तुओं का निर्यात 9.83 अरब डॉलर से 2.93 प्रतिशत बढ़कर 10.11 अरब डॉलर हो गया।
इसी तरह चावल का निर्यात सितंबर 2024 के 0.69 अरब डॉलर से 33.18 प्रतिशतबढ़कर इस वर्ष सितंबर में 0.92 अरब डॉलर ,
समुद्री उत्पादों का निर्यात 0.63 अरब डॉलर से 23.44 प्रतिशत बढ़कर 0.78 अरब डॉलर ,
औषधीय एवं औषधि निर्यात 2.56 अरब डॉलर से 2.56 प्रतिशत बढ़कर 2.62 अरब डॉलर हो गया।