ये तो आपने हमेशा सुना होगा कि एक सेब आपको रख सकता है डॉक्टर से दूर यानि रोजाना एक सेब खाकर आप कई बीमारियों से बच सकते हैं. तो चलिए जानते हैं आज आचार्य बालकृष्णा जी से इसी सेब के कुछ ऐसे फायदों के बारे में जो आपने शायद ही अब तक सुने हो.
आयुर्वेद में सेब को पौष्टिक फल माना गया है. आंखों के लिए लाभकारी माना गया है. पेट के लिए अच्छा माना गया है. इतना ही नहीं, सेब को लीवर और डायजेशन सिस्टम के लिए भी बहुत उत्तम माना गया है.
बुखार और पेट दर्द में सेब के फायदे- यदि सेब के पांच ये सात ग्राम पत्तों को और इसकी पेड़ की छाल को उबालकर पिलांए तो किसी भी तरह का बुखार हो या किसी भी तरह की सर्दी या इससे होने वाली परेशानियां हो तो उससे राहत मिलती है. सेब फल के रूप में ही नहीं बल्कि इसका पत्ता और छाल भी लाभकारी है.
पेट संबंधी बीमारियों में लाभ- यदि सेब के कच्चे फल यानि जो सेब पेड़ से पकने से पहले ही झड़ जाते हैं उसे सुखाकर कर रखें. लगभग 5 ग्राम की मात्रा में सेब का सुखा हुआ फल और इसके तने की छाल को 400 ग्राम पानी में उबाल लें. जब 100 ग्राम पानी बच जाए तो इसे छानकर पी लें. डायरिया, कोलाइटिस या पेट के मरोड़ और पेचिश जैसी बीमारियों में पूरा लाभ होगा. दरअसल कच्चा सेब खट्टा होता है जो कि पेट के रोगों के लिए रामबाण है.