इस्लामाबाद। पाकिस्तान और अमेरिका के बीच आतंकवाद से निपटने, आर्थिक और सुरक्षा मुद्दों पर सहयोग को मजबूत करने पर नए सिरे से चर्चा हुई है। इस्लामाबाद स्थित अमेरिकी दूतावास ने एक बयान में कहा कि अमेरिका के कार्यवाहक राजनीतिक मामलों के अवर सचिव जॉन बास ने पाकिस्तान के उप प्रधानमंत्री एवं विदेश मंत्री इसहाक डार और सेना प्रमुख जनरल असीम मुनीर के साथ सोमवार को बैठक की और आर्थिक और सुरक्षा मुद्दों पर द्विपक्षीय सहयोग बढ़ाने पर चर्चा हुई। बैठक में आतंकवाद और हिंसक चरमपंथ का मुकाबला करने और क्षेत्रीय स्थिरता और समृद्धि को बढ़ावा देने जैसे मुद्दे भी शामिल थे। ‘डॉन’ के अनुसार, श्री बैस के साथ प्रधान उप सहायक सचिव एलिजाबेथ होर्स्ट भी हैं।
पाकिस्तान ने अर्थव्यवस्था और सुरक्षा के क्षेत्रों में अमेरिका के साथ आगे सहयोग पर बल दिया है। पाकिस्तान आतंकवाद के खतरे से निपटने के लिए सहयोग प्राप्त करने के लिए उत्सुक है, विशेष रूप से तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान (टीटीपी) द्वारा फैलाया जा रहा आतंकवाद से। हालांकि, यह अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) वित्तपोषण के लिए अमेरिका पर बहुत ज्यादा निर्भर है। पाकिस्तान ने हाल ही में सात अरब डॉलर की विस्तारित निधि सुविधा की मंजूरी में देरी के कारण अमेरिका से फिर से संपर्क किया है, जो महीनों से लंबित है।
पिछले सप्ताह, आईएमएफ ने अंततः 25 सितंबर को बोर्ड की बैठक के एजेंडे में पाकिस्तान को शामिल कर लिया। एक अन्य विचाराधीन विषय पाकिस्तान के माध्यम से अमेरिका में अफगान शरणार्थियों का प्रवास है। अमेरिका आमतौर पर इस मुद्दे पर पाकिस्तान की भागीदारी से असंतुष्ट है, जो 2021 में अफगानिस्तान पर तालिबान के शासन के साथ शुरू हुआ था। अमेरिकी दूतावास ने हालांकि एक बयान में कहा कि श्री बास ने अमेरिका में पुनर्वास के लिए अफगानों की सहायता करने के लिए पाकिस्तान के निरंतर सहयोग के प्रति आभार व्यक्त किया।
उन्होंने पाकिस्तान के आसन्न प्रवास के दौरान 2025-26 में सुरक्षा परिषद के अस्थायी सदस्य के रूप में उसके साथ मिलकर काम करने की अमेरिका की इच्छा पर प्रकाश डाला।विदेश कार्यालय के अनुसार श्री डार के साथ अमेरिकी प्रतिनिधिमंडल की बैठक में पाकिस्तान-अमेरिका संबंधों और मौजूदा सहयोगात्मक पहलों पर चर्चा शामिल था।बातचीत के दौरान श्री बास ने पाकिस्तान और अमेरिका के बीच रचनात्मक और फलदायक बातचीत के महत्व पर बल दिया।