- नंदगंज थाने में दर्ज हुई पुलिसकर्मियों पर एफआईआर
- चन्दौली जिले में 2022 में जनता से अवैध वसूली का मामला
- कांस्टेबल अनिल सिंह के प्रार्थनापत्र पर एफआईआर दर्ज
- सीजेएम गाजीपुर ने मुकदमा दर्ज करने का दिया था आदेश
गाजीपुर। जनता से अवैध वसूली का भंडाफोड़ करने पर सिपाही को अगवा कर उसकी हत्या का प्रयास किये जाने के गम्भीर मामले में सीजेएम गाजीपुर के आदेश पर 27 नवम्बर को नंदगंज थाने में 18 पुलिसकर्मियों के खिलाफ संगीन धाराओं के तहत मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। पुलिस ने धारा 147, 219, 220, 342, 364, 389, 467, 468, 471 व 120-बी के तहत मुकदमा दर्ज किया है। नंदगंज पुलिस की इस कार्रवाई से पूरे महकमे में हड़कम्प मचा हुआ है। हालांकि सीजेएम का आदेश पूर्व में ही जारी हो गया था, लेकिन लम्बे समय तक पुलिस ने इस मामले में मुकदमा दर्ज नहीं किया था। आखिरकार कोर्ट के आदेश के आगे नंदगंज थाना पुलिस को झुकना ही पड़ा।
इन पुलिसकर्मियों पर दर्ज हुआ मुकदमा
राजीव कुमार सिंह प्रभारी निरीक्षक थाना कोतवाली, अजीत कुमार सिंह स्वाट टीम प्रभारी चंदौली, सत्येन्द्र कुमार यादव क्राइम ब्रांच प्रभारी मिर्जापुर, आनंद कुमार गौंड़ आरक्षी, राणा प्रताप सिंह आरक्षी, अमित सिंह आरक्षी, भुल्लन यादव मुख्य आरक्षी, देवेन्द्र कुमार सरोज सर्विलांस सेल चंदौली, नरीज कुमार मिश्रा सर्विलांस सेल चंदौली, सत्येन्द्र विक्रम सिंह कार्यवाहन प्रभारी निरीक्षक धानापुर चंदौली, अंकित सिंह आरक्षी बबुरी थाना चंदौली, आरक्षी गौरव सिंह सैयदराजा चंदौली, रोहित कुमार आरक्षी बबुरी चंदौली, मनोज कुमार मुख्य आरक्षी, आनंद सिंह मुख्य आरक्षी स्वाट टीम चंदौली, अजीत कुमार आरक्षी सर्विलांस सेल चंदौली, पुलिस अधीक्षक अमित कुमार द्वितीय वर्तमान तैनाती जिला गौतमबुद्ध नगर
यह है प्रकरण
आरक्षी अनिल कुमार सिंह निवासी शिवशंकर नगर कालोनी भुल्लनपुर थाना मड़ुवाडींह वाराणसी के अनुसार उसने मुगलसराय कोतवाली पुलिस द्वारा जनता से प्रतिमाह अवैध तरीके से 12,50,000 रुपये वसूलने के मामले को उजागर किया था। जिसकी जांच छीआईजी वजिलेंस क्षरा की गई थी। जिसमें भ्रष्टाचार का पर्दाफास भी हुआ था। ऐसे में तत्कालीन चंदौली एसपी ने सिपाही अनिल कुमार सिंह को बर्खास्त कर दिया था। इसके बाद सिपाही को फंसाने के लिए विभाग के लोगों द्वारा तमाम कावयदे हुई। इसी दौरान नंदगंज थाना क्षेत्र के बड़हरा गांव स्थित मेरी ससुराल से मुझे सादे वेष में आये पुलिसकर्मियों ने अगवा कर लिया था। जिसकी सूचना मेरी पुत्री द्वारा 112 डायल पर दी गई थी। बाद में मुझे बबुरी थाने में ले जाकर मेरे खिलाफ कूटरचित तरीके से कई फर्जी मुकदमे में फंसा दिया गया था। मेरे और परिवार के लोगों द्वारा इस सम्बंध में पुलिस अधिकारियों से न्याय की गुहार लगाई गई थी, लेकिन हमे न्याय नहीं मिला। ऐसे में सिपाही अहनल कुमार सिंह कोर्ट की शरण में पहुंचा जहां इस मामले में अदालत ने मुकदमा दर्ज करने का आदेश जारी किया।
लम्बे समय तक आदेश को उलझाये रखी पुलिस
इस मामले में तकरीबन डेढ़ माह पूर्व ही सीजेएम गाजीपुर ने मुकदमा दर्ज करने का आदेश जारी किया था। यह आदेश नंदगंज थाना पुलिस के लिए था, लेकिन लम्बे समय तक पुलिस आदेश को उलझाये रखी। अंत में 27 नवम्बर को इस मामले में पुलिस ने मुकदमा दर्ज किया।
वर्जन
कोर्ट के आदेश का पालन किया गया है। कोर्ट ने जिन लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने का आदेश दिया था उसके खिलाफ सम्बंधित घाराओं के तहत मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। अब इसकी विवेचना कर चार्जशीट कोर्ट में दाखिल की जायेगी। ज्ञानेन्द्र प्रसाद-एएसपी गाजीपुर