नयी दिल्ली.... प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ को संयुक्त राष्ट्र शैक्षिक, वैज्ञानिक और सांस्कृतिक संगठन (यूनेस्को) की ओर से 'पाक-कला का सृजनशील शहर' घोषित किये जाने पर प्रसन्नता व्यक्त की है।
श्री मोदी ने कहा कि लखनऊ शहर एक जीवंत संस्कृति का पर्याय है, जिसके केंद्र में पाक-कला की समृद्ध परंपरा है। उन्होंने कहा कि यूनेस्को से मान्यता प्राप्त होना शहर के इस विशिष्ट पहलू को उजागर करता है। उन्होंने दुनिया भर के लोगों से लखनऊ आने और इसकी विशिष्टता का अनुभव करने का आह्वान किया है।
यूनेस्को ने एक्स पर लिखा, " मुंह में पानी लाने वाले गलौटी कबाब से लेकर अवधी बिरयानी, मजेदार चाट, गोलगप्पे, मक्खन मलाई उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ खाने के शौकीन लोगों के लिए जन्नत है, जो सदियों पुरानी परंपराओं से भरपूर है। "
केंद्रीय संस्कृति एवं पर्यटन मंत्री गजेन्द्र सिंह शेखावत के सोशल मीडिया पर एक पोस्ट का जवाब देते हुए श्री मोदी ने सोशल मीडिया साइट 'एक्स' पर लिखा, " लखनऊ एक जीवंत संस्कृति का पर्याय है, जिसके मूल में शानदार पाक-कला संस्कृति है। मुझे खुशी है कि यूनेस्को ने लखनऊ के इस पहलू को मान्यता दी है और मैं दुनिया भर के लोगों से लखनऊ आने और इसकी विशिष्टता को अनुभव करने का आह्वान करता हूं। "
गौरतलब है कि तहजीब और नफासत के लिए मशहूर नवाबों के शहर लखनऊ को यूनेस्को ने इंटरनेशनल सिटी डे के अवसर शुक्रवार को 'क्रिएटिव सिटी ऑफ गैस्ट्रोनॉमी' यानी पाक-कला के लिए विख्यात शहरों की सूची में शामिल किया है। यूनेस्को की इस तरह के शहरों की सूची में शामिल होने वाला लखनऊ देश का दूसरा शहर बन गया है। इससे पहले हैदराबाद को यह दर्जा प्रदान किया गया था। दुनिया भर के 70 शहरों को यूनेस्को ने इस तरह की मान्यता प्रदान की है।