शहर कोतवाली पुलिस की नाक के नीचे अवैध शराब का धंधा करनेवाले गिरोह का भंडाफोड़
- विशेश्वरगंज चौकीप्रभारी ने टीम के साथ छापेमारी कर भारी मात्रा में शराब किया बरामद
- महिला शराब तस्करगिरफ्तार, रौजा ओवरब्रिज केनीचे बस्ती में चल रहा था यह धंधा
- बस्ती में खुलेआमबेची जाती थी ब्लैक में शराब व बीयर, कई लोगों का नाम आया सामने
गाजीपुर(डीएनएन)। शहर कोतवाली थाने से सम्बद्ध विशेश्वरगंज पुलिस चौकी प्रभारी रोहित कुमार द्विवेदी और उनकी टीम ने गुरुवार को अवैध शराब की बिक्री करने वाले एक बहुत बड़े गिरोह का भंडाफोड़ करते हुए एक शातिर महिला तस्कर को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने मौके से भारी मात्रा में शराब व बीयर को बरामद किया है। इस कार्रवाई से शराब तस्करों में हड़कम्प मचा हुआ है। बताते चले कि इस इलाके में लम्बे समय से शराब की तस्करी का खेल चल रहा था, लेकिन सटीक सूचना न मिलने की वजह से पुलिस तस्करों को दबोच नहीं पा रही थी। इस इलाके की महिलाएं और बच्चे तक अवैध शराब की बिक्री के धंधे में लिप्त थे। सही समय पर मिली सूचना के आधार पर पुलिस का यह बड़ी कामयाबी मिली है। सूत्र बताते है कि पुलिस ने इस अवैध धंधे को बढ़ावा देने वाले व्यक्ति का नाम और पता मालूम कर लिया है। हालांकि अभी पुलिस ने उसपर हाथ नहीं डाला है, लेकिन पुख्तासबूत मिलते ही पुलिस ने उक्त युवक को दबोचने का मन बना लिया है।
कार्रवाई पर एकनजर
मुखबिर खास से विशेश्वरगंज चौकी प्रभारी रोहित कुमार द्विवेदी को सूचना मिली थी कि उनके इलाके में रौजा ओवरब्रिज के ठीक नीचे अवैध शराब की बिक्री और तस्करी का धंधा चल रहा है। वहां खानाबदोश जिंदगी यापन करने वाले कुछ लोग इस गैर कानूनी धंधे में लिप्त है। चूंकि सूचना सटीक थी कि इसलिए गुरुवार की सुबह वह अपनी टीम में महिला व पुरुष सिपाहियों को सादे वेष में लेकर मौके पर पहुंचे। मौका मिलते ही पुलिस ने छापा मारा और एक गुमटी के अंदर रखे पांच पेटी देशी, 15 पाउच देशी, 14 बीयर की केन व 12 अंग्रेजी शराब की शीशी को बरामद किया। पुलिस ने मौके से महिला तस्कर पार्वती पत्नी बड़े को दबोच लिया। वहां से पुलिस ने बिक्री के 5,630 रुपये बरामद किया।
पूछताछ की विवरण
पुलिस द्वारा की गई पूछताछ में महिला तस्कर पार्वती ने बताया कि एक शराब की दुकान के संचालक उसेशराब मुहैया कराते है और वह इस शराब को ब्लैक में बेचती है। उसने बताया कि उसकीबस्ती के रहने वाले कई पुरुष और महिलाएं इस गैर कानूनी धंधे में लिप्त है। वह यहधंधा लम्म्बे समय से कर रही है। उसने बताया कि दुकान बंद होने वाले खुलने से पहलेऔर खासतौर से बंदी के दौरान उसकी बिक्री होती है। बिक्री का एक हिस्सा दुकान कासंचालक ले लेता है और बाकी हिस्से में वह लोग आपस-आपस में बांट लेते है।
कौन है! शराब की दुकान की दुकान का संचालक
महिला शराब तस्कर की गिरफ्तारी ने ऐसा राज खोल दिया है कि जिसे जानने के बाद पुलिस के भी पैरो तले जमीन खिसक गई है। सूत्र बताते है कि पार्वती ने जिस शराब की दुकान के संचालक का नाम पुलिस के समक्ष उगला है उसकी देशी शराब की दुकान नगर क्षेत्र में ही है । इसके अलावा ग्रामीण इलाकों में भी उसकी कई दुकाने प्रत्यक्ष व अप्रत्यक्ष रुप से संचालित हो रही है। इसके अलावा अंग्रेजी और बीयर की दुकानों से भी उसके अच्छे खासे कांटेक्ट है, जिसकी वजह से वह शराब और बीयर की पेटियों को सरकारी गोदाम से निकालने के बाद उन्हें रौजा ओवरब्रिज के नीचे बस्ती में पहुंवा देता है और ब्लैक में बिक्री कराता है।
जायसवाल जी के नाम से मशहूर है ‘ब्लैक शराब किंग’
सूत्र बताते है कि बस्ती में शराब की खेप पहुंचाने वाले शख्स को यहा के लोग ‘जासवाल जी’ के नाम से जानते है। सूत्र बताते है कि उक्त युवक रौजा इलाके के ही एक कॉलोनी का रहने वाला है और लम्बे समय से शराब के धंधे से जुड़ा हुआ है। इस धंधे में अवैध कमाई का सभी हुनर वह जानता है। खुद की कई दुकाने होने के बाद भी वह अकूत काला धन कमाने के लिए यह धंधा संचालित करता है। सूत्र बताते है कि करीब पांच वर्षो से वह इस बस्ती के रहने वाले गरीब लोगों का बरगलाकर ब्लैक में शराब का धंधा संचालित करा रहा है। हालांकि इसके एवज में वह इस धंधे से जुड़े लोगों को पैसे देता है, लेकिन इतने भी पैसे नहीं देता है कि वह एक खुशहाल जिंदगी यापन कर सके।
वर्जन
कार्रवाई हुई है। काफी हद तक सफलता भी मिली है। अवैध शराब की खेप पकड़ने के साथ ही एक महिला तस्कर को भी दबोचा गया है। इस धंधे में लिप्त लोगों के बारे में पता लगाया जा रहा है। बहुत जल्द ही इस अवैध धंधे से जुड़े अन्य लोगों को पकड़कर उन्हें सलाखों के पीछे भेज दिया जायेगा। शेखर सेंगर-सीओ सिटी