नयी दिल्ली... दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने शुक्रवार को कहा कि दिल्ली सरकार का लक्ष्य राजधानी में व्यापार को सशक्त, सरल और सुगम बनाना है।
श्रीमती गुप्ता ने ऑल इंडिया रिटेलर्स इनिशिएटिव फॉर स्किलिंग एंड एंटरप्रेन्युशिप (एआरआईएसई) का शुभारंभ करते हुए कहा कि यह पहल को 'रिटेल सेक्टर में आत्मनिर्भरता और नवाचार की दिशा में एक मील का पत्थर' बताते हुए कहा कि ऐसे प्रयास न केवल व्यापार को प्रोत्साहित करेंगे, बल्कि रोजगार सृजन और कौशल विकास के नए अवसर भी प्रदान करेंगे। उन्होंने कहा कि दिल्ली सरकार का लक्ष्य राजधानी में व्यापार को सशक्त, सरल और सुगम बनाना है।
उन्होंने कहा कि एआरआईएसई एक ऐसा मंच है जो भारत के व्यापार जगत को नई दिशा और पहचान प्रदान करेगा। यह पहल देश के लाखों रिटेलर्स और छोटे व्यापारियों को स्किलिंग, ब्रांडिंग और एंटरप्रेन्योरशिप के माध्यम से सशक्त बनाने की दिशा में एक ऐतिहासिक कदम है। उन्होंने कहा , "प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के 'वोकल फॉर लोकल' के संकल्प को साकार करते हुए, आज स्किलिंग और ब्रांडिंग भारत के व्यापार की नयी शक्ति बन रही हैं। हमारे व्यापारी भाइयों की सफलता ही आत्मनिर्भर भारत और विश्वगुरु भारत की सबसे बड़ी पूंजी है।"
मुख्यमंत्री ने कहा कि दिल्ली सरकार व्यापारियों और उद्यमियों के लिए इज़ ऑफ़ डूइंग बिज़नेस को नयी गति और दिशा देने के लिए निरंतर प्रयासरत है। दिल्ली के इतिहास में पहली बार मात्र छह महीनों में 700 करोड़ रुपये से अधिक का जीएसटी रिफंड जारी किया गया है। उन्होंने बताया कि अब जीएसटी रिफंड प्रक्रिया को पूरी तरह फेसलेस और ट्रांसपेरेंट बनाया जा रहा है, ताकि किसी व्यापारी को अनावश्यक कार्यालयों के चक्कर न लगाने पड़ें। उन्होंने कहा कि किसी भी देश की आर्थिक शक्ति उसके व्यापारियों और उद्यमियों में निहित होती है और व्यापारी समाज देश की अर्थव्यवस्था की रीढ़ है। इसलिए सरकार का दायित्व है कि उनके लिए सभी नियमों को सरल, पारदर्शी और सुगम बनाया जाए।
उन्होंने कहा कि आज के दौर में ये कौशल उतने ही आवश्यक हैं जितना किसी उत्कृष्ट उत्पाद का निर्माण। उन्होंने कहा कि अब समय आ गया है कि भारतीय उद्यमी और व्यापारी अपने उत्पादों को केवल वस्तु के रूप में नहीं, बल्कि विश्व-मान्यता प्राप्त ब्रांड के रूप में विकसित करें। 'मेड इन इंडिया' को अब गुणवत्ता, गर्व और विश्वास का वैश्विक प्रतीक बनाना हमारा लक्ष्य होना चाहिए।