नई दिल्ली/लखनऊ .....। उत्तराखंड के चमोली जिले के नंदनगर में 18 सितंबर की रात बादल फटा था। इसके बाद से 14 लोग लापता थे। कुछ लोग मलबे में दब गए थे। घटना के 16 घंटे बाद एक शख्स को मलबे से जिंदा रेस्क्यू किया गया। यहां पर 200 लोग प्रभावित हुए हैं। 35 से ज्यादा मकान क्षतिग्रस्त हैं। देहरादून-मसूरी रोड अभी भी क्षतिग्रस्त है। मसूरी में मौजूद 2 हजार के करीब टूरिस्ट्स सेफ हैं। इधर, उत्तर प्रदेश के सोनभद्र में रिहंद बांध इस साल पांचवीं बार ओवरफ्लो हुआ। कौशांबी में बिजली गिरने से 2 महिलाओं की मौत हुई। इधर, उत्तर प्रदेश में पिछले 24 घंटे में बिजली गिरने से 7 लोगों की मौत हो गई। जौनपुर में 3, कौशांबी में 2 और हमीरपुर-चंदौली में 1-1 की जान गई है। प्रतापगढ़ के गोविंदपुर गांव में बिजली गिरने से एक घर में आग लग गई, हालांकि काबू पा लिया गया है।
शिमला की लाइफ लाइन कहे जाने वाली सर्कुलर रोड बंद है। एडवर्ड स्कूल की आज और कल की छुट्टी की गई है। कुमारसैन की करेवथी में भी तीन मंजिला मकान धंसा गया। राज्य में बाढ़-बारिश से अब तक 424 लोगों की मौत हो चुकी है। मध्य प्रदेश में इस मानसून सीजन औसत 1097.28 मिमी बारिश हो चुकी है, जो सामान्य बारिश से 187.96 मीमी ज्यादा है। गुना में सबसे ज्यादा 1651 मीमी बारिश हुई। जबकि खरगोन में सबसे कम 665.48 मीमी बारिश हुई। पंजाब भाखड़ा बांध का जलस्तर लगातार बढ़ रहा है। आज बांध का जलस्तर 1677.68 फीट दर्ज किया गया, जो खतरे के निशान 1680 फीट से करीब 2.32 फीट कम है। एहतियातन बांध के चारों फ्लड गेट एक-एक फुट तक खोले गए हैं। फिलहाल बांध में पानी की आमद 56,334 क्यूसेक है, जबकि टरबाइनों और फ्लड गेटों के जरिए 40,000 क्यूसेक पानी छोड़ा जा रहा है। यूपी में मानसून एक बार फिर सक्रिय हो गया है। आज 39 जिलों में बारिश का अलर्ट जारी किया गया है। सोनभद्र में रिहंद बांध इस साल पांचवीं बार ओवरफ्लो हो गया। वाटर लेवल 870.4 फीट पार होने पर सिंचाई विभाग ने तीन गेट खोल दिए। पश्चिमी राजस्थान से मानसून की वापसी होने लगी है।वहीं, गुजरात, पंजाब और हरियाणा के कई जिलों से भी मानसून लौटा है। गुरुवार को भी कई जिलों से मानसून लौट गया। यदि वापसी ही यही रफ्तार रही तो एमपी के भी कई जिलों में ऐसी स्थिति बन सकती है। बता दें कि मध्यप्रदेश में 16 जून को मानसून ने आमद दी थी। तब से अब तक औसत 43.2 इंच बारिश हो चुकी है। अब तक 35.8 इंच पानी गिरना था। इस हिसाब से 7.4 इंच पानी ज्यादा गिर चुका है।