नयी दिल्ली.... लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने कहा है कि भारतीय युवाओं में बदलाव का जुनून, भविष्य को आकार देने की क्षमता तथा राष्ट्र निर्माण का उत्साह है और उन्हें विकसित भारत के लक्ष्य को हासिल करने के लिए सही मार्गदर्शन की आवश्यकता है।
श्री बिरला ने शुक्रवार को गुरूग्राम में जैन अंतरराष्ट्रीय व्यापार संगठन (जेआईटीईएम) के युवा सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि भारत में युवा आबादी दृढ़ संकल्प वाली है और उनमें बदलाव का जुनून, भविष्य को आकार देने की क्षमता तथा राष्ट्र निर्माण का उत्साह है। उन्होंने कहा कि युवा केवल रोजगार चाहने वाले नहीं बल्कि रोजगार देने वाले भी बन रहे हैं। लोकसभा अध्यक्ष ने कहा कि स्टार्ट-अप इंडिया, स्किल इंडिया, मेक इन इंडिया और ग्रीन एनर्जी मिशन जैसे अभियानों ने उनकी ऊर्जा को सकारात्मक दिशा दी है।
श्री बिरला ने जोर देकर कहा कि 2047 तक भारत को विकसित बनाने की यात्रा में युवाओं के लिए सही मार्गदर्शन, तकनीकी सहायता और नीति-निर्माण की आवश्यकता है। इस संबंध में उन्होंने समाज और राष्ट्र के समग्र विकास में सामाजिक संगठनों की भूमिका को अत्यंत महत्वपूर्ण बताया।
लोकसभा अध्यक्ष ने अंत्योदय (अंतिम व्यक्ति का उत्थान) की भावना को साकार करने को साझा ज़िम्मेदारी बताते हुए कहा कि समाज का कोई भी व्यक्ति प्रगति की दौड़ में पीछे नहीं छूटना चाहिए। उन्होंने इस संबंध में जैन समुदाय के प्रयासों को प्रेरणादायक और अनुकरणीय बताया।
उन्होंने कहा कि जेआईटीओ केवल व्यापार और व्यवसाय के लिए एक सामुदायिक संगठन नहीं है बल्कि एक ऐसी संस्था है जहां व्यापार, नवाचार, जैन सिद्धांत, जैन विचार, जैन संतों की शिक्षाएं और भगवान महावीर के दर्शन एक साथ मौजूद हैं। उन्होंने कहा कि यह ऐस मंच है जहां नई तकनीक, विचार और नवाचार साझा किए जाते हैं।
श्री बिरला ने कहा कि जैन समुदाय ने अपनी नैतिकता और आध्यात्मिक आस्था के कारण राष्ट्र में एक महत्वपूर्ण स्थान हासिल किया है।
लोकसभा अध्यक्ष ने भारतीय लोकतंत्र की मजबूती का उल्लेख करते हुए कहा कि यह केवल स्वतंत्रता के बाद की घटना नहीं है बल्कि यह राष्ट्र के कार्य-आचार, संस्कृति, आचरण, आध्यात्मिक मान्यताओं और समाज के सामूहिक कल्याण में गहराई से समाया हुआ है।