वाशिंगटन। उत्तर अटलांटिक संधि संगठन (नाटो) अपने पूर्वी हिस्से को बड़े पैमाने पर हमलों से बचाने के लिए अपने वायु रक्षा जरूरतों की महज पांच फीसदी ही पूर्ति कर पाता है। यह जानकारी अमेरिकी अखबार फाइनेंशियल टाइम्स ने अपने रिपोर्ट में दी है। अखबार ने बुधवार को अपनी रिपोर्ट में कहा कि नाटो की नयी रक्षा योजना में मात्रा और तत्परता के लिहाज से वायु और मिसाइल रक्षा आवश्यकताओं में काफी वृद्धि की गई है, जिसमें नयी वायु रक्षा क्षमताओं और लड़ाकू विमानों में निवेश शामिल है।
रिपोर्ट में कहा गया है कि सैन्य बजट में कटौती के बाद वायु रक्षा उत्पादन को बढ़ाने के लिए संघर्ष कर रहे सदस्य देशों के कारण नाटो के भंडार में कमी आई है। नाटो को हालांकि भरोसा है कि रूस को रोकने की उसकी क्षमताएं मजबूत हैं। नाटो सदस्य देशों के विदेश मंत्री गुरुवार को प्राग में दो दिवसीय बैठक के लिए एकत्रित होंगे, जिसमें जुलाई में वाशिंगटन में होने वाले गठबंधन के नेताओं के शिखर सम्मेलन की नींव रखी जाएगी। शिखर सम्मेलन में यूरोपीय रक्षा क्षमताओं पर मुख्य जोर दिए जाने की उम्मीद है।