उतरौला, बलरामपुर। कोटेदारों ने चार माह से बकाया कमीशन दिलाने समेत छह सूत्री मांगों का ज्ञापन जिलाध्यक्ष जीवन लाल यादव के नेतृत्व में उपजिलाधिकारी राजेंद्र बहादुर को सौंपा। कोटेदारों ने चेतावनी दी कि अगर समय से उनकी समस्याओं का निदान नहीं हुआ तो आगामी पांच जुलाई को लखनऊ में धरना प्रदर्शन किया जाएगा।
महामहिम राज्यपाल को संबोधित ज्ञापन में कहा गया है कि कोरोना काल में कोटेदारों से वितरित होने वाले खाद्यान्न का पैसा जमा कराया गया था। तब से आज तक नि:शुल्क खाद्यान्न का वितरण कराया जा रहा है लेकिन उस रकम को वापस नहीं कराया गया। धनराशि वापस कराई जाए। वर्ष 1995 से सभी कोटेदार एमडीएम और आंगनबाड़ी के पोषाहार का उठान करते आ रहे हैं लेकिन आज तक उसका भी ढुलाई का भाड़ा नही दिया गया है। दस वर्ष पूर्व उत्तर प्रदेश खाद्यान्न निगम के खाते में कोटेदारों से खाद्यान्न का पैसा जमा कराया गया जिसके बदले में न तो खाद्यान्न का आबंटन हुआ न ही पैसा वापस दिलाया गया। उस रकम को भी वापस दिलाया जाए। डोर स्टेप डिलीवरी के नाम पर केवल सड़क के दुकानदारों को ही खाद्यान्न की सप्लाई की जाती है। गांवों और गलियों के कोटेदार अपने साधन से खाद्यान्न धर्मकांटे से ले जाते हैं जिससे कोटेदारों को अतिरिक्त रकम खर्च करनी पड़ती है। आपूर्ति करने वाले ठेकेदार को छोटी गाड़ियों से कोटेदारों के गोदाम तक खाद्यान्न पहुंचाने का आदेश दिया जाए। खाद्यान्न के लिए मिले बोरों के बदले बोरों के वजन के बराबर अतिरिक्त खाद्यान्न दिलाया जाए ताकि कम राशन की भरपाई हो सके। ज्ञापन देने वालों में आफाक रजा, राम जस, राम निवास, विजय कुमार, सोनू, प्रमोद कुमार, भोले प्रसाद, सरवर हुसैन, रणधीर, विंध्यवासिनी देवी, प्रेयलता, साबिरा खातून, लक्ष्मी, दिलीप कुमार, अनिल कुमार, गुलफाम अहमद, नियाज अहमद, मोहम्मद कैफ,मोहम्मद सईक समेत अनेक लोग शामिल रहे।