- 200 बेड के अस्पताल का बिजली बिल पहुंचा 10,70,8196 करोड़ रुपये
- बकायेदारों की लिस्ट में 200 बेड के अस्पताल का नाम हुआ शामिल
- जिला अस्पताल या मेडिकल कॉलेज प्रशासन कौन जमा करेगा बकाया बिल
गाजीपुर। महर्षि विश्वामित्र स्वशासी राज्य चिकित्सा महाविद्यालय गाजीपुर (मेडिकल कॉलेज) पर बिजली विभाग का करीब 10,70,8196 करोड़ का बिल बकाया है। मेडिकल कॉलेज में मौजूद 200 बेड के अस्पताल पर यह बकाया चढ़ा है। समय-समय पर बिजली विभाग कवरिंग लेटर मेडिकल कॉलेज के प्रबंधतंत्र को भेजता रहा, लेकिन उधर से बकाये की भरपाई अब तक नहीं की गई है। एक तरफ जहां मेडिकल कॉलेज प्रशासन यह जबाब दे रहा है कि बिजली बिल को जिला अस्पताल प्रशासन भरेगा वहीं दूसरी तरफ जिला अस्पताल प्रशासन बिल जमा करने का ठिकरा मेडिकल कॉलेज प्रशासन के सिर पर फोड़ रहा है। सूत्रों के अनुसार वर्ष 2016 में पुरुष जिला अस्पताल गोराबाजार में शिफ्ट हो गया था। इस दौरान 200 बेड का अस्पताल जिला अस्पताल के अंडर में था, लेकिन बाद में जब करीब 2021 से मेडिकल कॉलेज का संचालन शुरु हुआ तो 200 बेड के अस्पताल को मेडिकल कॉलेज के हैंडओवर कर दिया गया। विभागीय सूत्रों के मुताबिक वर्तमान में 200 बेड का अस्पताल मेउिकल कॉलेज के अंडर में ही है। बिजली विभाग से जुड़े सूत्रों के मुताबिक मेडिकल कॉलेज से जुड़े 200 बेड के अस्पताल पर बिजली बिल का बकाया कारोड़ों रुपये का हो गया है। इस सम्बंध में न तो जिला अस्पताल के जिम्मेदार ही कोई सही जानकारी दे रहे है और न ही मेडिकल कॉलेज प्रशासन की ओर से कोई सकारात्मक उत्तर मिल रहा है।
इनसेट
कौन भरेगा बिजली का बिल!
ऐसे में अब सवाल यह उठ रहा है कि 200 बेड के अस्पताल का बिजली बिल कौन भरेगा। बिजली बिल भरने की जिम्मेदारी किसकी है। सच्चाई पर गौर करे तो बिजली बिल बकाये को भरने की जिम्मेदार मेडिकल कॉलेज की बनती है, लेकिन यहां का प्रशासन तो इससे पल्ला झाड़ रहे है। यही हाल जिला अस्पताल यानि सीएमओ ऑफिस का भी है। यहा के जिम्मेदार लोगों का कहना है कि जब 200 बेड का अस्पताल मेडिकल कॉलेज के अंडर में है तो वह क्यो बिजली का बिल जमा करेंगे इसलिए बिल जमा करने की जिम्मेदारी सिर्फ और सिर्फ मेडिकल कॉलेज प्रशासन की है। इसी ऊहापोह में अब तक बकाये बिल की राशि बढ़ती जा रही है।
वर्जन
बिजली बिल का बकाया जमा कराने की जिम्मेदारी जिला अस्पताल प्रशासन को है। हालांकि मुझे अभी तक बकाये बिल की जानकारी नहीं थी। फिलहाल 200 बेड का अज्ञपताल मेरे ही प्रशासनिक दायरे में आता है। इस सम्बंध में मैं उच्चाधिकारियों से बात करुंगा। बिल की राशि शासन द्वारा निर्गत की जाती है। यदि बिल बकाया है तो उसे जमा कराया जायेगा। आनंद मिश्रा- प्राचार्य मेडिकल कॉलेज, गाजीपुर
वर्जन
सभी सरकारी संस्थानों के बिजली बिल का भुगतान शासन स्तर से निर्गत होता है। बकायेदारों की लिस्ट में गोराबाजार स्थित 200 बेड का अस्पताल भी है। हर महीने नियम से अस्पताल प्रशासन को बिजली का बिल भेज दिया जाता है। इस सम्बंध में मैं मेडिकल कॉलेज व जिला अस्पताल प्रशासन के जिम्मेदार लोगों से बात करुंगा। यदि बिल बकाया है तो उसे जमा कराया जायेगा। गोपाल सिंह- अधिशासी अभियंता नगर