गाजीपुर। आईएस (191) गैंग के बेहद करीबी बहादुरगंज नपं चेयरमैन रेयाज अंसारी और उसके परिवार की मुश्किलें बढ़ती ही जा रही है। हाल ही में बहादुरगंज नपं के तत्कालीन ईओ (अधिशासी अधिकारी) ने 18 जून को डीएम को पत्र लिखकर रेयाज अंसारी के भतीजे शकील अख्तर के वार्ड मेम्बर की सदस्यता को समाप्त करने की अपील की है। बताते चले कि शकील अख्तर बहादुरगंज नपं के वार्ड नम्बर-11 का सभासद है। अधिशासी अधिकारी ने अपने पत्र में स्पष्ट रुप से अंकित किया है कि वार्ड नम्बर-11 के सभासद शकील अख्तर विगत पांच माह से कार्यालय में नहीं आ रहे है और निकाय में भी नहीं देखे जा रहे है। पत्र के अनुसार शकील अख्तर के खिलाफ एनबीडब्लू (गैर जमानती वारंट) जारी भी हुआ है। यही नहीं सभासद शकील अख्तर नगर पंचायत की लगातार हुई 3 बोर्ड बैठक में भी अनुपस्थित रहे। ऐसी स्थिति में नगर पालिका अधिनियम-1916 की धारा-40 (क) में ऐसे सदस्यों को हटाये जाने का नियम है। पत्र के अनुसार नियम के तहत धारा-40 (क) में नगरपालिका की स्वीकृति प्राप्त किये बिना लगातार तीन माह से अधिक समय तक नगर पालिका के अधिवेशनों में या लगातार तीन अधिवेशन में इनमे से जो अवधि अधिक हो उसमें अनुपसिथत रहा, लेकिन जिस अवधि में सदस्य विचाराधीन बंदी या राजनीतिक बंदी के रुप में कारावास रहा हो, उसकी गणना नहीं की जायेगी। पत्र के अंत में अधिशासी अधिकारी ने अंकित किया है कि ऐसे में नगरपालिका अधिनियम 1916 की धारा-40 (क) के तहत नगर पंचायत बहादुरगंज के वार्ड नम्बर-11 के सदस्य शकील अख्तर को हटाये जाने की कार्रवाई की जाये। पत्र की प्रतिलिपि मंडायुक्त वाराणसी व प्रशासक नगर पंचायत को प्रेषित कर दी गई है।
फरार चल रहा शकील अख्तर
‘अपने तो डूबेंगे, तुमको भी ले डूबेंगे सनम’ वाली कहावत नपं चेयरमैन रेयाज अंसारी पर बिल्कुल सटीक बैठ रही है। पिछले दो वर्षो के भीतर रेयाज अंसारी व उसके परिजनों समेत करीबियों पर दर्जन भर से अधिक मुकदमे दर्ज हो चुके है। आईएस (191) गैंग से जुड़कर अकूत काली सम्पत्ति अर्जित करने में रेयाज अंसारी को शायद यह भी अहसास भी नहीं हुआ होगा कि उसकी भी कलई भी खुल जायेगी। बहुचर्चित गोपाल जायसवाल व एससीएसटी के गम्भीर मामले में शकील अख्तर फरार चल रहा है। बहादुगंज ईओ के लेटर ने यह भी साबित कर दिया है कि शकील अख्तर के खिलाफ गैर जमानती वारंट भी जारी हो गया है।
वर्जन
मामला अभी मेरे संज्ञान में नहीं है। यदि तत्कालीन ईओ ने इस प्रकार का कोई लेटर जारी किया है तो इस बारे में मैं अपने अधिनस्तों से बात करुंगा और लेटर मिला होगा तो उसपर विचार कर आवश्यक कार्रवाई की जायेगी। संजय कुमार-एसडीएम कासिमाबाद