चेन्नई 16 सितंबर
तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एम.के.स्टालिन ने श्रीलंकाई नौसेना द्वारा गुरुवार को गहरे समुद्र में मछली पकड़ने के दौरान गिरफ्तार किये गये 17 मच्छुआरों की रिहाई के लिए विदेश मंत्री डॉ.एस.जयशंकर को पत्र लिखकर आग्रह किया। स्टालिन ने विदेश मंत्री एस जयशंकर को पत्र लिखकर मच्छुआरों की रिहाई सुनिश्चित करने के लिए कदम उठाने और इस जटिल मुद्दे का स्थायी राजनयिक समाधान निकालने का आग्रह किया है। उल्लेखनीय है कि मत्स्य पालन विभाग के सूत्रों की सहायता से मछुआरे नेदुनथीवु के पास तीन नावों में मछली पकड़ने गये थे। मछुआरों को अंतरराष्ट्रीय समुद्री सीमा (आईएमबीएल) पार करने और श्रीलंकाई समुद्री सीमा में मछली पकड़ने के लिए श्रीलंकाई नौसेना द्वारा गिरफ्तार किया गया था।
गिरफ्तार किए गए मछुआरों में से आठ, द्वीप शहर रामेश्वरम के थंगाचीमादम से, पांच मयिलादुथुराई से और चार पुदुक्कोट्टई जिले के जगदपतिनम से है। गिरफ्तार किए गए सभी मछुआरों को कांकेसंतुरई नौसेना बेस ले जाया गया और उनकी नावें जब्त कर ली गईं है। इस बीच, मुख्यमंत्री ने त्वरित कार्रवाई करते हुए विदेश मंत्री को एक पत्र लिखकर मछुआरों की रिहाई के लिए कदम उठाने का अनुरोध किया और द्विपक्षीय वार्ता के माध्यम से इस आवर्ती समस्या का स्थायी समाधान निकालने की अपनी मांग दोहराई।
श्री स्टालिन ने डॉ. जयशंकर को लिखे पत्र की प्रतियां मीडिया को जारी की। उन्होंने कहा कि इस महत्वपूर्ण मामले पर तत्काल ध्यान देने और राजनयिक हस्तक्षेप की आवश्यकता है। उन्होंने कहा, “इससे पहले आज, तीन मशीनीकृत नौकाओं और तमिलनाडु के 17 मछुआरों को श्रीलंकाई नौसेना ने कथित तौर पर उनके जलक्षेत्र उल्लंघन करने के आरोप में पकड़ लिया है। श्रीलंकाई नौसेना द्वारा तमिलनाडु के मछुआरों को पकड़े जाने की बार-बार होने वाली घटनाओं से क्षेत्र के मछुआरों में भय और अनिश्चितता का माहौल बना हुआ है। उन्होंने कहा, ये मछुआरे, जो अपनी आजीविका के प्राथमिक और एकमात्र स्रोत के रूप में मछली पकड़ने पर निर्भर हैं, स्पष्ट सीमांकन और नौवहन संबंधी चुनौतियों के अभाव के कारण कभी-कभी अनजाने में श्रीलंकाई जल क्षेत्र में चले जाते हैं।