लखनऊ से हिंदी एवं उर्दू में एकसाथ प्रकाशित राष्ट्रीय दैनिक समाचार पत्र
ताजा समाचार

समाचार विवरण

डेली न्यूज़ एक्टिविस्ट

मीडिया हाउस, 16/3 'घ', सरोजिनी नायडू मार्ग, लखनऊ - 226001
फ़ोन : 91-522-2239969 / 2238436 / 40,
फैक्स : 91-522-2239967/2239968
ईमेल : dailynewslko@gmail.com
ई-पेपर : http://www.dailynewsactivist.com

ईवीएम सोर्स कोड ऑडिट की याचिका सुप्रीम कोर्ट ने की खारिज
ईवीएम सोर्स कोड ऑडिट की याचिका सुप्रीम कोर्ट ने की खारिज
22 सितंबर (वार्ता)    22 Sep 2023       Email   

नयी दिल्ली.....उच्चतम न्यायालय ने चुनाव के दौरान इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीनों (ईवीएम) में इस्तेमाल किए गए सोर्स कोड के ऑडिट की मांग वाली एक जनहित याचिका शुक्रवार को खारिज कर दी।

न्यायाधीश डी वाई चंद्रचूड़ और न्यायमूर्ति जे बी पारदीवाला और न्यायमूर्ति मनोज मिश्रा की पीठ ने सुनील अह्या की याचिका खारिज करते हुए कहा कि सॉफ्टवेयर के स्रोत कोड को सार्वजनिक नहीं किया जा सकता, क्योंकि इससे ईवीएम के 'हैक' (ईवीएम के किसी अन्य के नियंत्रण में हो जाने) होने का खतरा बढ़ जाएगा।

पीठ ने कहा, “ हम ऐसे नीतिगत मुद्दे पर याचिकाकर्ता द्वारा मांगे गए निर्देश जारी करने के इच्छुक नहीं हैं। इस अदालत के समक्ष यह संकेत देने के लिए कोई तथ्य नहीं है कि चुनाव आयोग अपने आदेश को पूरा करने के लिए उचित कदम नहीं उठा रहा है।"

याचिकाकर्ता ने कहा कि यह सिर्फ ईवीएम के सोर्स कोड के ऑडिट से संबंधित याचिका है। पीठ ने याचिकाकर्ता से सवाल पूछा कि इस पर संदेह करने के लिए क्या तथ्य है?



इस पर सुनील ने कहा कि चुनाव आयोग ने किसी विशेष मानक का पालन नहीं किया है। उसने किसी भी मानक का खुलासा नहीं किया है। कोई भी ऑडिट मान्यता प्राप्त मानक के अनुसार होना चाहिए।

उन्होंने दलील दी कि स्रोत ईवीएम का दिमाग है और यह मामला लोकतंत्र के अस्तित्व से ‌जुड़ा है।

पीठ ने कहा कि उसे पता है कि सोर्स कोड क्या होता है, क्योंकि जब कोई आवेदन शीर्ष अदालत की वेबसाइट पर डाला जाता है तो उसे सुरक्षा ऑडिट से गुजरना पड़ता है।

जनहित याचिका में एक विशेष मानक 'आईईईई 1028' को लागू करते हुए ईवीएम के स्रोत कोड के स्वतंत्र ऑडिट की मांग की गई है। साथ ही मांग की कि स्रोत का स्वतंत्र रूप से ऑडिट किया जाना चाहिए और ऑडिट रिपोर्ट को सार्वजनिक किया जाना चाहिए।

पीठ ने कहा कि याचिका 2019 के आम चुनाव से पहले और फिर अप्रैल 2019 में

दायर की गई थी।



शीर्ष अदालत ने तब कहा था कि वह आम चुनाव की पृष्ठभूमि के खिलाफ जनहित याचिका में उठाए गए मुद्दों पर विचार नहीं कर सकती है। अदालत ने याचिकाकर्ता को स्वतंत्रता दी गई थी कि वह नये सिरे से आवेदन करें।

इसके बाद सुनील ने 2020 में शीर्ष अदालत के समक्ष एक और जनहित याचिका दायर की थी। इसके बाद उन्हें चुनाव आयोग के समक्ष प्रतिनिधित्व करने की अनुमति दी गई।

याचिकाकर्ता ने शीर्ष अदालत से कहा कि चूंकि चुनाव आयोग ने उनके तीन अभ्यावेदनों का जवाब नहीं दिया, इसलिए उन्हें फिर से अदालत का दरवाजा खटखटाने के लिए मजबूर होना पड़ा।


Comments

अन्य खबरें

ब्राह्मण उत्थान के लिए हुंकार भरी
ब्राह्मण उत्थान के लिए हुंकार भरी

लखनऊ । ब्राह्मण महासभा के एवं विभिन्न संगठनों के राष्ट्रीय पदाधिकारियों की बुधवार को हजरतगंज में एक बैठक हुई। प्रतिभा शुक्ला राजमंत्री बाल बिकास एवं महिला पुष्टाहार विभाग उत्तर प्रदेश  के आवास

केजरीवाल का जहरीला बयान हर दिल्लीवासी के दिमाग को झकझोर रहा है: भाजपा
केजरीवाल का जहरीला बयान हर दिल्लीवासी के दिमाग को झकझोर रहा है: भाजपा

नयी दिल्ली .... यमुना नदी के जल को लेकर आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल की ओर से दिये गये बयान पर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की है और कहा है कि उनका यह

रोड शो के बावजूद आतिशी ने नहीं किया नामांकन दाखिल
रोड शो के बावजूद आतिशी ने नहीं किया नामांकन दाखिल

नयी दिल्ली।  आम आदमी पार्टी (आप) की वरिष्ठ नेता एवं दिल्ली की मुख्यमंत्री आतिशी ने सोमवार को नामांकन से पहले लंबा रोड शो किया लेकिन नामांकन नहीं दाखिल कर सकी। आतिशी ने नामांकन से लंबा

महाकुंभ की शुरुआत का दिन करोड़ों लोगों के लिए खास दिन: मोदी
महाकुंभ की शुरुआत का दिन करोड़ों लोगों के लिए खास दिन: मोदी

नयी दिल्ली।  प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने सोमवार को महाकुंभ की शुरुआत के दिन को भारतीय मूल्यों और संस्कृति को महत्व देने वाले करोड़ों लोगों के लिए एक बहुत ही खास दिन बताया है। मोदी ने