मरदह, गाजीपुर (डीएनएन)। घर में बेटा पैदा होने पर परिवार और पास पड़ोस के लोग खुशी से थाली बजाते है और मां-बाप उस बेटे की आंखों में अपने बुढ़ापे का सहारा देखते है, लेकिन जब वहीं बेटा बड़ा होने के बाद शराब के नशे में अपने ही मां-बाप और भाई-बहन पर अत्याचार करने लगे तो उस समय संतान पर से विश्वास हटना लाजमी है। ऐसा ही एक वाकया बिरनो थाना क्षेत्र के सियारामपुर गांव में हुआ है। इस वायके को जानने के बाद पुलिस ने बिना कुछ सोचे-समझे आरोपित आताताई बेटे के खिलाफ नामजद मुकदमा दर्ज कर लिया है।
यह है पूरा प्रकरण
सियारामपुर गांव निवासिनी बसंती देवी गुरुवार को अपनी बेटी के साथ बिरनो थाने में पहुंची। उनकी हालत देख पुलिसकर्मियों ने उन्हें थाने में कुर्सी पर बैठाया। बसंती देवी की आंखों से आंसुओं का सैलाब गिर रहा था। काफी देर तक कारण पूछने पर उन्होंने बताया कि उनका जवान बेटा जिसे उन्होंने वर्षो तक अपने सीने से लगाकर पाला-पोषा अब वहीं बेटा उन्हें बेरहमी से मारपीट रहा है। आये दिन शराब के नशे में होकर वह पूरे परिवार पर अत्याचार करता है। हद तो तब हो गई जब उसने मामूली घरेलू विवाद को लेकर उनके शराबी बेटे ने उन्हें और उसकी बेटी को लात-घूसों से पीटा।
मामूली बात पर बिगड़ा माहौल
बिरनो थाने में पहुंची बसंती देवी ने पुलिस को बताया कि आज के परिवेश में हर घर में मामूली लड़ाई झगड़े होते है, लेकिन ऐसे में क्या कोई बेटा अपनी मां और बहन को पीटता है। साहब! शराब पीने के बाद मेरा बेटा पूरी तरह से आताताई बन जाता है। उनके इस बात पर पुलिसकर्मी भी भवुक हो गये। उन्होंने पुलिसकर्मियों से बताया कि मामूली बात को लेकर उनके बेटे ने उन्हें और उनकी बेटी को बेरहमी से पीटा है।
आताताई हुआ बेटा तो क्या करेगी दुखियारी मां
पूरे नौ महीने कोख में पालने के बाद असहनीय प्रसव पीड़ा सहकर बेटे को जन्म देने वाली मां क्या इतनी बुरी हो सकती है कि उसका बेटा जवान होने के बाद उसपर ही हाथ उठाये। गलती किससे नहीं होती है, लेकिन इसका यह मतलब तो नहीं कि बेटा अपनी मां का सम्मान भूल जाये और लात-घूसें से उसकी पिटाई करें। यह बात बसंती देवी ने पुलिसकर्मियों से कही। उसने कहा कि अब उनका बेटा शराब नहीं पीता है बल्कि शराब अब उसके बेटे को पी रही है।
पूरे गांव में है घटना की चर्चा
ग्रामीणों के अनुसार बसंती देवी के कलयुगी बेटे ने जो अक्षम्य अपराध किया है उसकी चर्चा पूरे गांव में हो रही है। गांव के लोगों का कहना है कि बसंती देवी का बेटा सतेन्द्र राजभर काफी मनबढ़ किस्म का हो गया है। आये दिन वह अपने परिवार के लोगों के साथ ही झगड़ा-फसाद करता रहता है।
वर्जन
सियारामपुर गांव की रहने वाली बसंती देवी पत्नी श्यामू राजभर ने थाने में तहरीर दी थी। उनकी तहरीर पर मेरे निर्देश के बाद मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। बसंती देवी का आरोप था कि उन्हें और उनकी जवान बेटी को उनके बेटे ने ही बेरहमी से मारापीटा है। बसंती देवी का बेटा शराब पीने का आदी है और आये दिन घर में बवाल करता रहता है। देवेन्द्र यादव-थानाध्यक्ष बिरनो