कौंधियारा,प्रयागराज(डीएनए)।यूपी बोर्ड परीक्षा 2024 में सूबे के 452 विद्यालयों को डिबार कर दिया गया है।माध्यमिक शिक्षा परिषद सचिव दिव्यकांत शुक्ल ने डिबार विद्यालयों की सूची जारी कि इसके साथ ही प्रदेशभर के जिला विद्यालय निरीक्षकों को ईमेल के माध्यम से सूची भेजकर निर्देशित किया गया है कि किसी भी हाल में इन 452 विद्यालयों को केंद्र न बनाया जाए।
माध्यमिक शिक्षा परिषद की यूपी बोर्ड परीक्षा 2024 के लिए इस बार कुल 55,08,206 विद्यार्थी दसवीं और बारहवीं की परीक्षा के लिए पंजीकृत हैं।जिसमें हाईस्कूल के 29,47,324 और इंटरमीडिएट में कुल 25,60,882 विद्यार्थी परीक्षा में सम्मिलित होंगे।
यूपी बोर्ड की तरफ से प्रदेश में 7864 टेंटेटिव परीक्षा केंद्र निर्धारित किए गए हैं,जो कि पिछले वर्ष की तुलना में इस बार परीक्षा केंद्रों की संख्या 889 कम की गई है।2023 की हाईस्कूल और इंटरमीडिएट परीक्षा के लिए 8753 परीक्षा केंद्र बनाए गए थे।2024 की बोर्ड परीक्षा के लिए 1017 राजकीय विद्यालय, 3537 एडेड और 3310 वित्तविहीन विद्यालयों को परीक्षा केंद्र बनाकर बोर्ड की परीक्षा कराई जा सकती है।परीक्षा केंद्रों की अंतिम सूची आने में अभी समय है,10 दिसंबर तक ऑनलाइन परीक्षा केंद्रों की फाइनल सूची बोर्ड जारी करेगा।
यूपी बोर्ड परीक्षा 2024 में प्रदेश के 452 विद्यालय केंद्र नहीं बनेंगे।यूपी बोर्ड की ओर से परीक्षा की तैयारियां तेजी से चल रही है।निष्पक्ष और नकलविहीन परीक्षा संपन्न कराने के लिए बोर्ड तरह के जुगत में जुटा है।उत्तरपुस्तिका पर मोनोग्राम और बार कोड समेत कई नई व्यवस्था लागू की है।साथ ही परीक्षा केंद्र साफ सुथरी छवि वाले विद्यालयों को बनाया जा रहा है,ताकि परीक्षा नकलविहीन संपन्न हो सके।बोर्ड दिसंबर में परीक्षा केंद्रों की अंतरिम सूची जारी करेगा।अभी जिला स्तर पर केंद्र निर्धारण की सूची जारी कर आपत्तियां ली जा रही हैं।
प्रयागराज जनपद के 40 विद्यालय इस वर्ष डिबार सूची में है।बोर्ड द्वारा आयोजित 2023 कि परीक्षा में जिले के चार विद्यालयों को डिबार सूची में डाला गया था,जिनमें केदारनाथ जायसवाल इण्टर कॉलेज सड़वा नैनी,कमला स्मारक इण्टर कॉलेज बालापुर नैनी और राजरानी इण्टर कॉलेज शंकरगढ़ को 2024 से 2026 तक तीन वर्ष के लिए डिबार कर दिया गया है।इसके अतिरिक्त प्रयागराज के 26 विद्यालय आजीवन डिबार घोषित किए गए हैं,इनमें से 24 विद्यालय राजस्व लेखपाल एवं अन्य प्रतियोगी भर्ती परीक्षाओं में नकल करामें में संलिप्त पाए गए थे।
यूपी बोर्ड की कक्षा 10वीं और 12वीं की 2024 की परीक्षा में 3 लाख 76 हजार 428 छात्रों की संख्या में गिरावट हुई है।छात्रों की कमी की सबसे बड़ी वजह परीक्षा के दौरान नकल को लेकर सख्ती मानी जा रही है।