नयी दिल्ली। केंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री और भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता अमित शाह ने कांग्रेस पार्टी के सलाहकार सैम पित्रोदा के कांग्रेस पार्टी की ‘विरासत टैक्स' वाले बयान पर आज कड़ा प्रहार करते हुए कहा कि कांग्रेस की तुष्टीकरण की खतरनाक साजिश बहुसंख्यकों की संपत्ति को जब्त करने और इसे अल्पसंख्यकों के बीच वितरित करने की है। श्री शाह ने कांग्रेस नेता राहुल गाँधी और श्री सैम पित्रोदा पर जम कर निशाना साधा और कहा कि सैम पित्रोदा की टिप्पणी के बाद कांग्रेस पार्टी पूरी तरह बेनकाब हो गई है। उन्होंने कहा कि धन पुनर्वितरण पर सैम पित्रोदा के बयान से आज कांग्रेस की तुष्टिकरण की राजनीति उजागर हो गई है। उन्होंने बहुसंख्यकों की संपत्ति को जब्त करने और इसे अल्पसंख्यकों के बीच वितरित करने के कांग्रेस पार्टी के इरादे की एक तरह से पुष्टि कर दी है। यह एक बार फिर स्पष्ट हो गया है कि भारत के गरीबों, दलितों, युवाओं, जनजातियों और पिछड़े वर्गों का सशक्तिकरण कभी भी कांग्रेस के एजेंडे में नहीं था।
वरिष्ठ भाजपा नेता ने कहा कि सैम पित्रोदा की टिप्पणी के बाद कांग्रेस पार्टी के चेहरे से पूरी तरह नकाब उतर गया है। उन्होंने कहा कि सबसे पहले कांग्रेस के घोषणा पत्र में 'सर्वे' का जिक्र किया गया। डा. मनमोहन सिंह ने प्रधानमंत्री पद पर रहते हुए बयान दिया था कि देश के संसाधनों पर पहला अधिकार अल्पसंख्यकों का है। ऐसा विचार ही कांग्रेस की विरासत रही है। अब सैम पित्रोदा ने अमेरिका का हवाला देते हुए टिप्पणी की है कि धन के बंटवारे पर विचार-विमर्श होना चाहिए और विरासत टैक्स पर बात होनी चाहिए।
केंद्रीय गृह मंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने जब कांग्रेस की इस सोच को जनता के सामने उजागर किया कि कांग्रेस की टेढ़ी नजर अब लोगों की संपत्ति पर है तो राहुल गांधी, सोनिया गांधी और पूरी कांग्रेस पार्टी बैकफुट पर आ गई। कांग्रेस के नेता कहने लगे कि ये उनका मकसद नहीं था लेकिन आज सैम पित्रोदा के बयान ने देश के सामने कांग्रेस का मकसद साफ और स्पष्ट कर दिया है कि वो देश की जनता की निजी संपत्ति का सर्वेक्षण कर उसे सरकारी खजाने में डालना चाहते हैं।
श्री शाह ने कहा कि कांग्रेस की संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (संप्रग) सरकार के शासनकाल के दौरान कांग्रेस ने अपनी प्राथमिकता तय की थी कि देश के संसाधनों पर पहला अधिकार अल्पसंख्यक और मुस्लिम लोगों का है। इसी निर्णय के अनुसार कांग्रेस आम लोगों की संपत्तियों को वितरित करना चाहती है। कांग्रेस को या तो इसे अपने घोषणापत्र से वापस लेना चाहिए या वह स्वीकार करे कि वास्तव में यही उनका इरादा है।
गृह मंत्री ने कहा, "मैं चाहता हूं कि देश की जनता सैम पित्रोदा के बयान को गंभीरता से ले। कांग्रेस की असली मंशा अब सामने आ गई है, इसका संज्ञान लोगों को लेना चाहिए। कांग्रेस के मन में छिपी हुई मंशा अब बेनकाब हो चुकी है। अगर कांग्रेस यह नहीं करना चाहती है, तो उन्हें अपने घोषणा पत्र से इसे वापस लेना चाहिए और घोषित करना चाहिए कि उनकी प्राथमिकता गरीब है जैसा कि प्रधानमंत्री श्री मोदी ने कहा है कि देश के संसाधन पर पहला हक गरीब, दलित, पिछड़े और आदिवासी का है। देश की जनता को इसके खिलाफ आवाज मुखर करनी चाहिए।