नयी दिल्ली.... आम आदमी पार्टी (आप) ने लोकसभा चुनाव के जनादेश को भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की नफरत और तानाशाही की राजनीति के खिलाफ बताते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से इस्तीफे की मांग की है।
आप के वरिष्ठ नेता एवं सांसद संजय सिंह ने मंगलवार को कहा कि देश की जनता का जनादेश भाजपा के खिलाफ है। भाजपा को बहुमत नहीं मिल रहा है, लिहाजा श्री मोदी को नैतिकता के आधार पर प्रधानमंत्री पद से इस्तीफा दे देना चाहिए। चुनाव परिणाम से संदेश साफ है कि जनता ने महंगाई, बेरोजगारी और तानाशाही से दुखी होकर ‘भाजपा वापस जाओ’ का नारा दिया है। लोग समझ गए थे कि संविधान और आरक्षण को खत्म करने तथा अपने पूंजीपति मित्रों को फायदा पहुंचाने के लिए श्री मोदी को 400 सीटें चाहिए।
श्री सिंह ने देश की जनता को बधाई देते हुए कहा कि इस चुनाव में जनता ने यह सबसे बड़ा संदेश दिया है कि वे 10 साल के भाजपा शासन से दुखी और परेशान हैं। जनता इस सरकार को हटाना चाहती है। लोग महंगाई, बेरोजगारी और तानाशाही से दुखी हैं। जिस तरह से इस चुनाव में धन-बल, ईडी-सीबीआई, आयकर विभाग, पुलिस बल का इस्तेमाल किया गया, सारे विपक्ष को पकड़कर जेल मे डाला गया। पूरे चुनाव को प्रभावित करने की एक गहरी साजिश रची गई। इसके बावजूद भारत के लोकतंत्र की यह खूबसूरती है कि देश की महान जनता ने ‘भाजपा वापस जाओ’ का नारा दिया है। जनता ने बाबा साहब के संविधान, दलितों, पिछड़ों, शोषितों और आदिवासियों को मिले आरक्षण को बचाने के लिए वोट किया।
आप के दिल्ली प्रदेश अध्यक्ष गोपाल राय ने कहा कि जिस समय चुनाव का सातवां चरण समाप्त हुआ और एग्जिट पोल आए, सात चरणों के चुनाव में देश की जनता लगातार ये संदेश दे रही थी कि उसने भाजपा की तानाशाही, महंगाई और बेरोजगारी को खत्म करने के लिए अपना जनादेश दिया है। दिल्ली के अंदर भाजपा के मतों का अंतर काफी बड़े पैमाने पर कम होने जा रहा है।
उन्होंने कहा, “ मैं देश के लोगों से कहना चाहता हूं कि आपने भाजपा को हराया है, लेकिन भाजपा की तानाशाही प्रवृति अभी खत्म नहीं हुई है। इस देश को इसके संविधान और लोकतंत्र को बचाने के लिए हम सबको मिलकर इस लड़ाई को आगे लड़ना पड़ेगा। जो इस देश के संविधान और लोकतंत्र में भरोसा रखते हैं, मैं उन तमाम पार्टी के लोगों से भी अपील करता हूं कि अपनी अंतरआत्मा की आवाज को सुनिए और जनता के जनादेश को स्वीकार करते हुए इस तानाशाही को हटाकर संविधान को बचाने के लिए एक लोकतांत्रिक सरकार बनाने के लिए आगे बढ़िए।”
उन्होंने कहा कि श्री चंद्रबाबू नायडू और श्री नीतीश कुमार से देश के लोग उम्मीद कर रहे हैं कि वे सही समय पर सही फैसला लेंगे और इस तानाशाही को खत्म करने के लिए देश की जनता की आवाज सुनेंगे।