नयी दिल्ली.... कांग्रेस नेता पवन खेड़ा ने कहा है कि दो जगह से मतदाता सूची में नाम होने पर दिल्ली के मुख्य निर्वाचन अधिकारी के कार्यालय से उन्हें नोटिस मिला है जिससे साफ होता है कि आयोग सत्तारूढ दल के साथ मिलकर काम करता है।
श्री खेड़ा ने कहा कि चुनाव आयोग दो जगह से नाम होने पर उन्हें नोटिस भेजता है लेकिन उसे यह भी बताना चाहिए क्या उसने कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी के खुलासे से कर्नाटक की महादेवपुरा सीट के एक लाख फर्जी मतदाताओं में से किसी को नोटिस भेजा है। उनका कहना था कि आयोग सत्ताधारी दल का समर्थक है। उन्होंने इससे पहले कहा था कि उन्होंने फार्म 7 भरकर दिया था और इसके बावजूद उनका नाम नयी दिल्ली की मतदाता सूची में है तो इसके लिए आयोग जिम्मेदार है।
गौरतलब है कि मंगलवार सुबह श्री खेड़ा का दो जगह मतदाता सूची में नाम होने का भाजपा नेता अमित मालवीय द्वारा खुलासा करने के बाद हुई राजनीति के बीच चुनाव आयोग से श्री खेड़ा के खिलाफ कार्रवाई की मांग की गई। आयोग ने श्री खेड़ा को नोटिस भेजकर आठ सितम्बर सुबह 11 बजे तक जवाब देने का नोटिस जारी करते हुए कहा कि लोक प्रतिनिधित्व कानून के तहत ऐसा करना दंडनीय अपराध है।
श्री खेड़ा ने मुख्य निर्वाचन अधिकारी का नोटिस मिलने के बाद कहा “दिल्ली के मुख्य निर्वाचन अधिकारी के कार्यालय ने मुझे एक नोटिस जारी किया है। यह इस बात की एक और पुष्टि है कि आयोग किस तरह सत्तारूढ़ सरकार का समर्थन करता है। वोट चोरी की हमारी शिकायतों को नज़रअंदाज़ करते हुए, चुनाव आयोग विपक्षी सदस्यों के ख़िलाफ़ कार्रवाई करने में जुट जाता है।”
उन्होंने कहा कि चुनाव आयोग ने महादेवपुरा निर्वाचन क्षेत्र के उन एक लाख फ़र्ज़ी मतदाताओं को एक भी नोटिस क्यों नहीं जारी किया, जिनका खुलासा कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने किया है।
कांग्रेस नेता ने इस नोटिस मिलने के बाद सोशल मीडिया एक्स पर कहा “हम बिहार चुनाव और अन्य चुनाव प्रक्रियाओं में चुनाव आयोग की ग़लतियों को उजागर करना बंद नहीं करेंगे।”