नयी दिल्ली .... भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने कहा है कि मुसलमानों को आरक्षण दिये जाने के मुद्दे पर कांग्रेस, महाविकास अघाड़ी और इंडिया समूह वोट बैंक की खातिर अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी), अति पिछड़ा, अनुसूचित जाति एवं जनजाति (एससी और एसटी) के हर को छीन कर मुसलमानों को देना चाहता है।
भाजपा के वरिष्ठ नेता एवं पूर्व केंद्रीय मंत्री रवि शंकर प्रसाद ने मंगलवार को संवाददाताओं को संबोधित करते हुए कहा कि विपक्षी दलों पर तीखा प्रहार किया और कहा कि मुसलमानों को आरक्षण देने के लिए ओबीसी, अति पिछड़ा, एससी, एसटी के अधिकारों को वोट बैंक के नाम पर छीना जाएगा, तो भाजपा इसका जोरदार विरोध करेगी।
उन्होंने कहा, “देश में उलेमा बोर्ड ने शर्तों पर कांग्रेस और महाविकास अघाड़ी को समर्थन करने के लिए पत्र जारी किया है। अब मराठी मुस्लिम सेवा संघ का पर्चा घूम रहा है। उस पर्चा में लिखा है कि अगर आप देश के संविधान, देश की एकता एवं अखंडता की खातिर अपना मत का प्रयोग सही करोगे। क्या शरियत में दखलदांजी मंजूर है? क्या मुसलमानों से अलीगढ़ यूनिवर्सिटी छीनने वालों को वोट करोगे?क्या समान नागरिक संहिता थोपने वालों को वोट करोगे? वक्फ के खिलाफ वालों को वोट करोगे?इसके अलावा ऐसी कई चीजें लिखी हुई है। इस तरह की बातें बहुत जोरो से चल रहा है और चलाया जा रहा है।”
भाजपा नेता ने आरोप कि कांग्रेस पार्टी और इंडिया गठबंधन के सहयोगी मुस्लिम तुष्टिकरण और उनके वोट लेने के लिए इस तरह का एजेंडा चलवा रहे हैं। कई जगहोंपर एनजीओ बनाकर इस तरह का एजेंडा चलवाया जा रहा है।
उन्होंने कहा कि श्रीमती प्रियंका वाड्रा वायनाड लोकसभा का उप चुनाव लड़ रही हैं। जमात-ए-इस्लामी श्री वाड्रा के समर्थन में जोरशोर से लगी हुई है। यह आरोप भाजपा ने नहीं लगाया है, बल्कि भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के वरिष्ठ नेता एवं केरल के मुख्यमंत्री पिनराई विजयन ने आरोप लगाया है।
पूर्व केंद्रीय मंत्री कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने जब कहते हैं कि ‘एक रहोगे, तो सेफ रहोगे’ तो कांग्रेस और इंडिया गठबंधन के नेता इस पर टोंट मारते हैं और फिर चुनाव आयोग में जाते हैं। कांग्रेस और इंडिया गठबंधन की सच्चाई यह है कि उनको एकता में परेशानी है, किन्तु देश को तोड़ने वाली ताकतों का खुला समर्थन लेने का षडयंत्र कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव और झारखंड विधानसभा चुनाव में कांग्रेस और इंडिया समूह को अपनी हार दिखाई पड़ रही है, तो सिर्फ वोट पाने के लिए मुस्लिम समुदाय के कट्टरवादी और विभाजनकारी तत्वों से समर्थन लेने का षडयंत्र कर रहे हैं।