नयी दिल्ली। भारत ने आज कहा कि चीन के साथ विशेष प्रतिनिधि स्तर की बैठक को लेकर चीनी पक्ष के बयान में ऐसा कुछ नहीं है जो भारत के प्रेस वक्तव्य में नहीं लिखा गया है। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने नियमित ब्रीफिंग में चीनी पक्ष के बयान में छह बिन्दुओं पर सहमति बनने की बात कहे जाने को लेकर संवाददाताओं के सवालों के जवाब में कहा, “हमने अपनी प्रेस विज्ञप्ति में चर्चा किए गए मुद्दों का विवरण दिया है। दोनों पक्षों ने 2005 में सहमत राजनीतिक मापदंडों और मार्गदर्शक सिद्धांतों के अनुसार सीमा प्रश्न के समाधान के लिए एक निष्पक्ष, उचित और पारस्परिक रूप से स्वीकार्य ढांचे का पता लगाने की अपनी प्रतिबद्धता की पुष्टि की है।
वर्ष 2005 के समझौते की शर्ताें को लेकर पूछे जाने पर श्री जायसवाल ने कहा कि 2005 का समझौता विदेश मंत्रालय की वेबसाइट पर उपलब्ध है। उसे कोई भी देख सकता है। सीमा प्रश्न के समाधान की रूपरेखा पर चर्चा करने के अलावा, विशेष प्रतिनिधियों ने इस दौर में शांतिपूर्ण सीमा प्रबंधन के मुद्दों की व्यापक समीक्षा की है। एक अन्य संबंधित सवाल के जवाब में उन्होंने फिर से स्पष्ट किया कि चीन के बयान में जिन बिन्दुओं का जिक्र किया गया है, वे सभी बिन्दु भारतीय प्रेस वक्तव्य में भी दिये गये हैं। चीनी चीनी पक्ष के बयान में ऐसा कुछ नहीं है जो भारत के प्रेस वक्तव्य में नहीं लिखा गया है।