- आबादी की जमीन में दीवार खड़ी किये जाने का मामला
- पीड़ित ने सादात पुलिस पर लगाया विपक्षियों से सांठ-गांठ का आरोप
- पीड़ित ने मुख्यमंत्री समेत पुलिस अफसरों से की लिखित शिकायत
- इस मामले में पुलिस ने एक नामजद समेत सात-आठ अज्ञात पर दर्ज किया मुकदमा
गाजीपुर। सादात थाना क्षेत्र के बरहपुर-नसरतपुर गांव में पुलिसिया कार्रवाई का एक हौलनाक मंजर देखने को मिला। कार्रवाई की विडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रही है। हालांकि इस मामले में पुलिस का कहना है कि एक पक्ष के लोग आबादी की जमीन पर अवैध तरीके से दीवार खड़ी कर दिये थे। हलके के लेखपाल की रिपोर्ट के आधार पर पुलिस मौके पर गई थी। इस दौरान दूसरे पक्ष के लोगों ने दीवार को धराशायी कर दिया। हालांकि सच्चाई तो यही है कि जिस वक्त पुलिस की मौजूदगी में दीवार गिराई गई उस वक्त कोई भी राजस्वकर्मी मौके पर मौजूद नहीं था। इस मामले में पुलिस ने एक पक्ष के लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है। गांव निवासी राजेश कुमार सिंह पुत्र स्व. रामचरन सिंह के अनुसार उनके घर से सटे आबादी की जमीन है। जिसपर उनका परिवार कई पीढ़ियों से काबिज है। आसपास के लोगों की नजर उस जमीन पर पड़ी थी इसलिए मेरे द्वारा रास्ता छोड़कर अन्य जमीन पर दीवार खड़ी करा दी गई ताकि कोई विवाद न खड़ा हो। उन्होंने बताया कि दीवार जब खड़ी हो गई तो हलके के लेखपाल वहां आये थे और निर्माणस्थल की फोटो खींचकर चले गये। हालांकि उस वक्त मेरे परिवार का कोई सदस्य मौके पर नहीं मौजूद था। दो फरवरी को अचानक पुलिस पहुंची और मेरे विपक्षियों ने पुलिस की मौजूदगी में ही नवनिर्मित दीवार को गिराना शुरु कर दिया। इस दौरान जब हमलोगों ने विरोध किया तो पुलिसकर्मी हमलोगों को धमकाने लगे। मौके पर एसओ सादात के अलावा थाने के एक एसआई और अन्य पुलिसकर्मी मौजूद थे। पीड़ित के अनुसार इस मामले की लिखित शिकायत उन्होंने रजिस्ट्री मुख्यमंत्री समेत पुलिस उच्चाधिकारियों से की है। पीड़ित ने बताया कि उस वक्त जब पुलिस ने देखा कि पूरा गांव हमलोगों का विडियो बना रहा है तो वह बैकफुट पर और गिरी हुई दीवार को करीब दो फिट तक दोबारा जुड़वाकर चले गये। बाद में लेखपाल मौके पर पहुंचा और उसने निर्माण कार्य को रुकवा दिया। तबसे निर्माण कार्य रुका हुआ है। उन्होंने बताया कि उक्त जमीन भले ही आबादी की है, लेकिन हमारे पूर्वज उस जमीन पर काबिज रहे है। राजेश सिंह ने आरोप लगाते हुए बताया कि उनके विपक्षियों के साथ सांठ-गांठ कर पुलिस ने दीवार को गिरवाया है। इस सम्बंध में एसओ सादात कौशलेन्द्र प्रताप सिंह ने वार्ता की गई तो उन्होंने कहा कि लेखपाल की सूचना पर हमलोग मौके पर गये थे। सूचना थी कि वहा अवैध तरीके से दीवार का निर्माण किया जा रहा है। जब हमलोग वहां पहुंचे तो विपक्ष के लोगों ने दीवार को गिराना शुरु कर दिया। इस दौरान हल्का-फुल्का विवाद हुआ था। हालांकि इस मामले में अवैध निर्माण कराने वाले राकेश सिंह समेत सात-आठ अज्ञात लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। लेखपाल के अनुसार दीवार का निर्माण अवैध तरीके से हुआ है। लेखपाल दिनेश यादव से मोबाइल पर हुई वार्ता के दौरान पहले तो उन्होंने कहा कि मामला उनके संज्ञान में है, लेकिन जब उनसे पूछा गया कि इस मामले में गलत कौन व सही कौन है तो उन्होंने कहा कि यह सरकारी मामला है इसलिए मैं इसमें अपना कोई कमेंट नहीं दे सकता हूं।