- रंगदारी मांगने और धमकी देने के आरोप में मुकदमा हुआ दर्ज
गाजीपुर। बहादुरगंज नपं चेयरमैन रेयाज अंसारी, जेडी आफिस वाराणसी के क्लर्क परवेज जमाल समेत मदरसा के पूर्व प्रबंधक नज़ीर अहमद व शकील अख्तर की मुश्किलें कम कम होने का नाम नहीं ले रही है। आईएस 191 गैंग के करीबी होने खामियाजा इनको भुगतना पड़ रहा है। बहादुरगंज कस्बे के वार्ड नंबर 5 डकीनगंज निवासी गोपाल जायसवाल की तहरीर पर बीते 11 फरवरी को कासिमाबाद थाना पुलिस ने संगीन धाराओं में इन चारों लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है। वादी के अनुसार बीते 22 दिसंबर 2024 को वह काम के सिलसिले में बलिया जिले में जा रहा था। इस दौरान इन लोगों ने कस्बे में ही मुझे पकड़ लिया। मेरी पुश्तैनी जमीन और मकान पर जबरिया कब्जा किये के सम्बन्ध में मेरे द्वारा पूर्व में दर्ज करायें गये मुकदमे को लेकर रियाज अंसारी मुझे धमकी देने लगे। इसके बाद इन लोगों ने मुझे गाड़ी में जबरदस्ती बैठा लिया। रियाज अंसारी ने रंगदारी के तौर पर मुझसे 15 लाख रुपए मांगे और कहा कि रुपए तुम मेरे भतीजे शकील अख्तर को द देना वरना बलिया जिले में ही तुम्हारे साथ कांड हो जाएगा। वादी के अनुसार उसने 28 दिसंबर को शकील अख्तर के हाथ में 90 हजार रूपए दे दिए। वादी ने पुलिस को बताया इस धमकी के बाद वह काफी डर गया था। जब उसे पता चला कि रियाज अंसारी इस समय जेल में बंद हैं तो हिम्मत कर वह थाने आया है। वादी की तहरीर पर पुलिस ने बीएनएस की धारा 308-5,352,351-3 के तहत मुकदमा दर्ज कर लिया है। बताते चलें कि अभी हाल में ही इन चारों आरोपितों के खिलाफ मदरसा के वित्तीय प्रबंधक जियाउर्रहमान ने जान से मारने की धमकी दिये जाने के सम्बन्ध में मुकदमा दर्ज कराया था। उस मामले में रियाज अंसारी जिला जेल में बंद हैं और अन्य आरोपित हाईकोर्ट से अग्रिम जमानत पर हैं।