नयी दिल्ली, भारत और अमेरिका के बीच 11वीं द्विपक्षीय काॅन्सुलर वार्ता में अपराधियों के प्रत्यर्पण, छात्रों एवं पेशेवरों की आवाजाही, सुरक्षित एवं कानूनी प्रवासन, कमजोर महिलाओं एवं बच्चों की सुरक्षा तथा दोनों देशों के नागरिकों की यात्रा सुगम बनाने के उपायों पर विचार विमर्श किया।
बैठक में भारतीय प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व विदेश मंत्रालय में संयुक्त सचिव (सीपीवी) डॉ. के.जे. श्रीनिवास तथा अमेरिकी प्रतिनिधिमंडल की अगुआई वहां के विदेश विभाग में सहायक सचिव (कांसुलर मामले) रेना बिटर ने की।
बैठक के बाद जारी एक संयुक्त वक्तव्य में कहा गया कि बातचीत ने लोगों के बीच मजबूत संबंधों एवं सहयोग को और प्रगाढ़ किया जो दोनों देश आपसी हित के कांसुलर मुद्दों पर साझा करते हैं।
दोनों पक्षों ने प्रत्यर्पण, छात्रों और पेशेवरों की सुगम आवाजाही, सुरक्षित एवं कानूनी प्रवासन, कमजोर महिलाओं एवं बच्चों की सुरक्षा तथा अपने-अपने नागरिकों की यात्रा को सुगम बनाने जैसे कई मुद्दों पर सहयोग बढ़ाने के तरीकों पर चर्चा की।
उन्होंने कुछ श्रेणियों के कार्य परमिटों के घरेलू नवीनीकरण पर निर्णय लेने के लिए अमेरिका में एक पायलट परियोजना शुरू करने का स्वागत किया और दोनों देशों के लोगों के मजबूत संपर्क को और सशक्त करने की दिशा में सिएटल में भारतीय वाणिज्य दूतावास के उद्घाटन का स्वागत किया।